________________
226
च-V.II.50
(सङ्ख्या आदि में न हो जिसके ऐसे षष्ठीसमर्थ सख्यावाची नकारान्त प्रातिपदिक से परण अर्थ में विहित डट् प्रत्यय को थट) तथा (मट् आगम होता है), वेद-विषय में। च-v.ii. 55
(षष्ठीसमर्थ त्रि प्रातिपदिक से 'पूरण' अर्थ में तीय प्रत्यय होता है, तथा (प्रत्यय के साथ साथ त्रि को सम्प्रसारण भी हो जाता है)। च-v.ii.57
(षष्ठीसमर्थ शतादि प्रातिपदिकों से) तथा (मास, अदमास और संवत्सर प्रातिपदिकों से 'पूरण' अर्थ में विहित डट् प्रत्यय को तमट का आगम नित्य ही हो जाता
च-v..58
(षष्ठीसमर्थ सङ्ख्या आदि में न हो जिसके, ऐसे सङ्ख्यावाची षष्टि आदि प्रातिपदिकों से) भी (पूरण' अर्थ में विहित डट् प्रत्यय को नित्य ही तमट् आगम होता
च-V.ii. 103
(तपस तथा सहस्र प्रातिपदिकों से 'मत्वर्थ' में अण प्रत्यय) भी (होता है)। च-v.ii. 104 (सिकता तथा शर्करा प्रातिपदिकों से) भी (मत्वर्थ' में . अण प्रत्यय होता है)। च-v.ii. 105
सिकता तथा शर्करा प्रातिपदिकों से 'देश' अभिधेय . हो तो लुप् और इलच्) तथा (अण् प्रत्यय विकल्प से होते है 'मत्वर्थ' में)। च-v.1.116
नीलिपातिपतिको मोमी (मत्वर्थ' में इनि तथा ठन प्रत्यय होते हैं, विकल्प से)। च -v.ii. 117 (तुन्दादि प्रातिपदिकों से 'मत्वर्थ' में इलच) तथा (इनि और ठ प्रत्यय होते है)। च.-v.ii. 119 .
(शत शब्द अन्तवाले तथा सहस्र शब्द अन्तवाले निष्क प्रातिपदिक से) भी (मत्वर्थ' में ठञ् प्रत्यय होता है)। च-V. 1. 129
(वात और अतीसार प्रातिपदिकों से 'मत्वर्थ' में इनि प्रत्यय होता है, तथा इन शब्दों को कुक् आगम) भी (होता है)। च - V. 1. 131
(सुखादि प्रातिपदिकों से) भी (मत्वर्थ' में इनि प्रत्यय होता है)। च - V.ii. 132
(धर्म शब्द अन्तवाले. शील शब्द अन्तवाले तथा वर्णशब्द अन्तवाले प्रातिपदिकों से) भी (मत्वर्थ' में इनि प्रत्यय होता है)। च-v.iil.8 (किम, सर्वनाम तथा बहु से उत्तर जो तसि, उस तसि के स्थान में) भी (तसिल आदेश होता है)। च-V. iii.9 (परि तथा अभि शब्दों से) भी (तसिल् प्रत्यय होता है)।
च-V. 1.87
(विद्यमान है पूर्व में कोई शब्द जिस प्रातिपदिक के,ऐसे प्रथमासमर्थ पूर्व शब्द से) भी (इसके द्वारा' अर्थ में इनि प्रत्यय होता है)। च-V.1.88
प्रथमासमर्थ इष्टादि प्रातिपदिकों से) भी (इसके द्वारा अर्थ में इनि प्रत्यय होता है)। च-V.ii.95
(प्रथमासमर्थ रसादि प्रातिपदिकों से) भी (मत्वर्थ' में मतुप् प्रत्यय होता है)। च-V.1.97
(सिध्मादि प्रातिपदिकों से) भी (मत्वर्थ' में विकल्प से लच् प्रत्यय होता है)। च-v.1.99
(फैन प्रातिपदिक से मत्वर्थ' में इलच) तथा (लच प्रत्यय होते हैं, विकल्प से)।