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अ-प्रत्याहारसूत्र ।
अंशम् - V. 1.69 आचार्य पाणिनि द्वारा अपने प्रथम प्रत्याहार सूत्र में द्वितीयासमर्थ अंश प्रातिपदिक से (हरण करने वाला पठित सर्वप्रथम वर्ण । इससे 'अ' के सम्पूर्ण अठारह अर्थ में कन प्रत्यय होता है। भेदों का ग्रहण हो जाता है ।।
अंशवस्नभृतयः -V.1.55 पाणिनि द्वारा अष्टाध्यायी के आदि में पठित वर्णमाला का प्रथम वर्ण।
(प्रथमासमर्थ प्रातिपदिकों से षष्ठ्यर्थ में यथाविहित
प्रत्यय होते हैं, यदि वह प्रथमासमर्थ) अंश =, भाग,वस्न अ-III.1.80
=मूल्य तथा भूति- वेतन समानाधिकरण वाला हो तो। (घिवि तथा कृवि धातुओं से उ प्रत्यय तथा उनको) अकार अन्तादेश (भी) हो जाता है.(कर्तवाची सार्वधातुक
अंश्वादयः -VI. 1. 193 के परे रहते)।
(प्रति उपसर्ग से उत्तर तत्पुरुष समास में ) अश्वादिअ-III. iii. 102
गण-पठित शब्दों को (अन्तोदात्त होता है)।
...अंसाध्याम् -V. 1.98 (प्रत्ययान्त धातुओं से स्त्रीलिङ्ग कर्तृभिन्न कारक संज्ञा
.. देखें-वत्सांसाभ्याम् V. 1. 98 तथा भाव में) अप्रत्यय होता है।
3-VII. I. 102 ...अ...-III. iv.82 ..
- (त्यदादि अगों को विभक्ति परे रहते) अकारादेश होता देखें- जलतुसु० III. iv. 82 अ-IV, iii.9
अ -VII. iv. 18 (मध्य शब्द से साम्प्रतिक अर्थ गम्यमान हो तो शैषिक)
. (टुओश्वि अङ्गको अङ् परे रहते) अकारादेश होता है। अ-प्रत्यय होता है।
अ-VII. iv.73 अ-IV. iii. 31
(भू अङ्ग के अभ्यास को) अकारादेश होता है, लिट् परे (अमावास्या प्रातिपदिक से जात अर्थ में) अप्रत्यय
रहते)। (भी) होता है।
अक...-II. 1.70 अ-v.iv.74
देखें - अकेनोः II. il. 70 (ऋक्,पुर ,अप् ,धुर तथा पथिन् शब्द अन्त में हैं जिस अक... - IV. 1. 140 समास के, तदन्त प्रातिपदिक से समासान्त ) अप्रत्यय देखें-अकेकान्त V. 1. 140 होता है, (यदि वह धुर् अक्षसम्बन्धी न हो तो)।
अक...- VIII. iv. 18
देखें-अकखादौ VIII. iv. 18 अ- VIII. iv. 67
अक: - VI.i.97 (विवृत अकार) संवृत अकार होता है।
अक् प्रत्याहार से उत्तर (सवर्ण अच् परे हो तो पूर्व और अण् - प्रथम प्रत्याहार सूत्र
पर के स्थान में दीर्घ एकादेश होता है, संहिता के विषय . आचार्य पाणिनि अ,इ,उ - इन तीन वर्षों का उपदेश में)। करके णकार को इत्संज्ञा के लिये रखते है। इससे एक अक: -VI.i. 124 प्रत्याहार बनता है- अण् ।
(ऋकार परे रहते) अक् को (शाकल्य आचार्य के मत अंश... - V. 1.55
में प्रकृतिभाव हो जाता है तथा उस अक् को हस्व भी हो देखें-अंशवस्नभृतयः V.1.55
जाता है)।