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________________ १६३ १० कान्ति J३६ ३८८ २८ १६ । कापोत J२०२ TEFFESTER ८१ ९० काकोल १३१ ९९ ३ २४ अमरमूलस्थशब्दानामकारादिक्रमेण शब्दः पृष्ठम् श्लोकः | शब्दः पृष्ठम् श्लोकः | शब्दः पृष्ठम् श्लोकः | शब्दः पृष्ठम् लोक कल्पवृक्ष २१ ५० काकनासिका १६९ ११८. | कान्तार र ११५ १७ कारा ३०२ ११९ कल्पान्त ५१ २२ काकपक्ष २३६ ९६ ४२६ १७२ कारिका ३९९ १५ कल्मष काकपीलुक १४१ ३९ कान्तारक १८३ कारीष कल्माष ६२ १७ काकमाची १७९ १५१ कान्तार्थिनी २०७ कारु ३४० ५ ४४ २ काकमुद्गा १६७ ११३ १७ कारुणिक ३५६ १५ कल्य काकली ७२ कारुण्य ७८ १८ ४२४ १५९ कान्दविक ३११ काकाङ्गी कारोत्तर ३५१ ४१ कल्या ६९ १८ काकिणी कान्दिशीक ३६३ ४५२ ९ कार्तखर ३३३ ९५ कल्याण ५२ कापथ २५ | काक ६७ १२ काान्तिक २७० १४ कलोल कार्तिक ४९ १५ | काकुद २३४ । ३३८ १०९ कवच कार्तिकिक काकेन्दु १४१ कापोताअन ३३५ ४९ १८ १७५ १३९ काकोदुम्बरिका १४९ कार्तिकेय ११ ३९ कवरी । १२ ५२ २२३६ | काय॑ ४२७ १७४ काकोदर ८९ ८२ २८ | काम 1३२२ ५७ कापस २४१ १११ कवल ३२१ १९४ २१ (४२० १३८ कासी १६८ ११६ कवि काक्षी १७२ कामगामिन् २८९ कार्म . ३५७ १८ । २५० ५ कामन २४ | कार्मण ३८७ . " कविका २८२ ४९ काच कामपाल ११ २९१ ८३ कविय ८४०१ २८ कामम् ४४७ | कार्षापण ३३१ ८ कवोष्ण | काचस्थाली १४६ कामयितृ ३५९ ___ ३३१ ८८ कव्य काचित ३७९ कामिनी २०४ ३ | कार्य १४३ ४४ ३४९ | काश्चन ३३३ ४१६ ११२ कशाह काञ्चनाह्वय १५० कामुक कशिपु काञ्चनी ४१९ १३० कामुका २०६ ६. १४ काञ्ची २४० कामुकी २०७ कशेरु (४३० १९४ काम्पिल्य १७७ | कालंक २१८ काजिक कशेरुका ४९ २२५ काम्बल ४०४ कालकण्ठक २८३ काण्ड १९४ कश्मल २१ काम्बविक ३४१ कालकूट २८७ ९. (२८१ १० काण्डपृष्ठ काम्बोज २८० ४५ कालखण्ड २२४६६ कश्य २३५० काण्डवत् २८७ ६९ काम्बोजी १७५ १३० कालधर्म ३०० ११६ ३६४ काण्डीर २८७ काम्यदान ३८७ ३ | कालपृष्ठ २९१ ८३ कष काण्डेक्षु १६३ १०४ काय २२६ ७१ कालमेशिका १५९ ९० कातर कषाय काय (तीर्थ) २६५ - ५० कालमेषिका १६५ १०९ ४२२ १५३ कात्यायनी कायस्था १४८ कालमेषी १६१ ९६ । २०९ १७ कष्ट कारण ५४ २८ कालशेय ३२१ ५३ कादम्ब १९५ कारणा कालसूत्र कस्तूरी ९१ २४७ १२९ कादम्बरी ३५० कारणिक . १४१ ३० कबार १०६ ३६ कादम्बिनी | कालस्कन्ध कारण्डव १९५ १९९ 1 १५१ २२ ३४ ६८ काद्रवेय कारम्भा १४७ ५६ १६. ९४ कांक्षा ८१ २७ कानन १२७ १ (१६६ १११ काला कांस्यताल ७३ ४ | कानीन २११ २४ | J१७९ १५२ (३१४ ३७ काक - १९४ २. कान्त ३६७ ५२ | कारवी १३१४ ३७ कालागुरु २४६ १२५ काकचिच्चा १६१ ९८/ कान्तलक १७१ १२८ (३१६ ४० काकतिन्दुक १४१ ३९ | कान्ता २०४ ३ | कारवेल १८. १५४ | कालानुसा1२४५ १२६ २५७ २४ कशा ३१ | काल ३४३ १ ३१६ ४० ३६ | कालानुसार्थ १७० १२२
SR No.016111
Book TitleNamalinganusasan Amarkosa
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanuji Dikshit, Shivdatt Pandit
PublisherSatya Bhamabai Pandurang
Publication Year1944
Total Pages548
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size17 MB
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