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( ५२ )
२३०,
११११
५२१,
- शब्द पृष्ठ । कालम शब्द
पृष्ठ । कालमा प्रणव मंत्र, नं० (२) ३६१ फूलमाल पश्चीसी
२४.१ प्रणवाद्य मंत्र
२१ प्रतर (पटल ), नोट ४
१५४२
बन्ध व्युच्छित्ति, नोट २ . . २३१।२ प्रतरांगुल
१३४।१
बन्धयोग्य कर्मप्रकृतियां प्रतिक्रमण, नं०४
१३०११ बलदेव, नोट २
२७०११ प्रतिजीवी गुण, नोट १
५५।१ प्रतिमा
बहु बीजा, नं० (४)
४६६१ ५२२
बाईस परीषद प्रतिरूपक व्यवहार १४८,
२०६१
बाड्बलि, नोद प्रतिष्ठाकल्प
१२४१
बादाल प्रतिष्ठापना शुद्धि
१०१।२ २८१ प्रतिष्ठाविधिरूपा
बारह व्रत
१०12 प्रत्यक्ष वाधित विषय अकिंचित्कर हेत्वाभास
बावन अवतार
६, बीस तीर्थंकर
२०११ प्रत्याख्यान पूर्व
१२६४२ बुद्धिऋद्धि १८ ..
२४५।१ प्रत्येक बनस्पति जीव राशि
बुद्धि तत्व २०
३६१ प्रथम श्र तस्कंध
७३/३,७४।१,२ बुद्धिपूर्वा निर्जरा
२०१२ प्रथम सिद्धान्त गून्य
बेलावत
१४२२१ प्रथमानुयोग १२२।२,१२४।३ ब्रह्मचर्य व्रतोपवास
१५.११ प्रभाचन्द्र
| ब्रह्मचारी जिनदास प्रमाणपद
४०.१ ब्रह्मचारी शीतलप्रसाद २३४।१ प्रमाणांगुल १३३१२ ब्रह्मतत्व
३६१ प्रमाद ( लक्षण, भेद ) १९२१,, ब्रह्माशिव, में (२)
५६।१ प्ररूपणा २८ १२३,२२५ ब्राह्मि
३१२ प्रशस्तकर्म प्रकृति
८४.१२
ब्राझि लिपि ३१४२, ३८।१,३९।१ नोट ३ प्रशस्त निदान
७०११ प्रश्न व्याकरणांग १२२.१ भक्तामर चरित, नोट २
२३॥2 प्रश्नोत्तर रत्नमाला १७।१० भक्ष्य पदार्थ ४, नोट २
७७१ प्रसिद्ध सती १६ १६७।२ भगवज्जिनसेनाचार्य
१७२ प्राण १९२।३ भगवती आराधनासार
१३।१ प्राणप्रवाद क्रिया पूर्व
१२७१ भगवद्गुणभद्राचार्य
१७.२ प्राप्यकारी इन्द्रियां
२२६।१ । भट्टाकलंक प्रायश्ति तप १०
भट्टारक कनककीर्ति २३५/२,२४०॥2 प्रियकारिणी
७।१:२६१ भट्टारक देवेन्द्रकीर्ति
२३५/,, भट्टारक धर्म कीर्ति
२४०।२ | फल्गुसेना (अन्तिम श्राविका),नोट२ १८३॥2 | भट्टारक प्रभाचन्द्र ::
११॥2॥
१०१
.२५९/२
१०),
५०१
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