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शब्द पृष्ठ | शब्द पृष्ठ । शब्द पृष्ठ | शब्द · पृष्ठ । अजीव विभक्ति २०५ अजनक २१२ अट्ठाईस इन्द्रिय- अठारहजमरण२४१
विषय २२२ अजीववैक्रयणिका , अञ्जनगिरि , अट्ठाईस इंद्रिय अठारह जीव
विषयनिरोध , समास २५२ अजीववैचारणिका , अञ्जनचोर २
अट्ठाईसनक्षत्र , अठारह दोष अजीववैतारणिका , अञ्जनपुलाक २१४
अट्ठाईसनक्षत्राधिप ,, | अठारह द्रव्यच तअजीववैदारणिका ,, अञ्जनप्रभ
भेद २४३
अट्ठाईस प्ररूपणा२२३ अजीवसामन्तोप- अञ्जनमूल
अठारह नाते , . निपातकी ,
अट्ठाईसभाव २२४ अजनमूलिका ,
अठारह पाप २४५॥ अजीव स्पृष्टिका
अट्ठाईसमतिज्ञान(अजीवपृष्टिका) , अजनरिष्ट
भेद २२५ अठारह बुद्धिद्धि ,
अट्ठाईसमूलगुण २२६ अजीवस्वाहस्तिका, अजनवर
अठारह मिश्रभाव ,, ___(अजनक )२१५ अट्ठाईस मोहनीयअजीवाधिकरण- अजना(अजनी) ,, कर्मप्रकृति २२७ अठारह श्रेणी आस्तव ,
अट्ठाईसश्रेणीबद्धअजीवाभिगम २०६ अन्जनाचरित्र २१८ मुख्य बिल २२८ अठारहश्रेणीपति२४६
अट्ठानवे जीवअजैन - अंजनात्मा
समास २२8 अठारह श्रेणीशूद्र ,,
अट्ठावनवन्धयोग्यअजैन विद्वानों अञ्जनाद्रि - २१६ कर्मप्रकृतियां २३० अठारहसहस्रपदकी सम्मतियां
अठत्तरजीवविपाकी- विहितआचाराग, अजैर्यष्टव्यं
अञ्जना नाटक , कर्मप्रकृतियां २३२ | अठारहसहस्तमैथुनकर्म। (अजैहोतव्यं) २०७
अठत्तर विदेहनदी , अजोग २०८ अञ्जना पवनञ्जय
अठारह सहस्त्र. नाटक ,, । अठाई कथा २३३
शील २४६ अज्जुका अंजनासुंदरीनाटक,
अठारह स्थान २५९।
अठाई पर्व , अज्ञान अजिनी
अठासी ग्रह ,
अठाई पूजा , अज्ञानजय अभिजकजय
अड़तालीसअंतरद्वीप (पवनजय) अठाई रासा २३६ (लवणसमुद्रमें)३२३ अज्ञानतप अन्जुका
अड़तालीसअंतरद्वीप
अठाई व्रत , | (कालोदकसनुद्र में, अज्ञानपरीषह अजू
अठाईव्रतउद्यापन२३६ | अड़तालीस दीक्षाअशानपरीपहजय २०९ अटट
त्वयक्रिया,
अठाईव्रतकथा , अड़तालीसप्रशस्त-" अशानमिथ्यात्व " अटटाङ्ग
कर्मप्रकृति ,
अठाईव्रतोद्यापन २४० | अड़तालीस मति-" अज्ञान-वाद अट्टन (अट्टण)
ज्ञानभेद,
अठाईब्रतोद्यागन- अड़तालीसव्यंजनाअज्ञानवादी २११ अट्ठकवि (अर्हद्दास),
विधि २४१ वग्रहमतिज्ञानभेद२५४।
अठारह कूट " अञ्चलमत अट्ठमत २२१
अड़तीसजीवसमास, अट्ठाईसअनुमोना- अठारह क्षायोप- अड़सठ क्रिया अञ्जन
भास , शमिकभाव, (६८ क्रियाकल्प),
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