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३२२. कर्पूरप्रकरण बालावबोध, मेरुसुन्दरोपाध्याय / रत्नमूर्ति उ०, प्रकरण, राजस्थानी, १५३४
से पूर्व, अ., ह. वृद्धिचन्द संग्रह, जैसलमेर, संघ भं., पाटण ३२३. कर्पूरमञ्जरी सट्टक टीका, धर्मचन्द्रगणि / जिनसागरसूरि पिप्पलक, नाटक, संस्कृत,
१६वीं, अ., ह. रॉयल एशियाटिक सोसाइटी, बम्बई ३२४. कर्मग्रन्थ स्तबक, साधुकीर्त्ति उ० / अमरमाणिक्य उ०, प्रकरण, संस्कृत, १७वीं, 'आदि
श्रीमद्ववीरजिनं नत्वा...', अ., ह. कैलाशसागरसूरि ज्ञान मन्दिर, कोबा १३२९०, पूरनचन्द
नाहर संग्रह, कलकत्ता ३२५. कर्मग्रन्थ विवरण, जिनकीर्त्तिसूरि / जिनविजयसूरि जिनसागरसूरिशाखा, प्रकरण, संस्कृत,
१९वीं, अ., ह. आचार्यशाखा ज्ञान भं., बीकानेर ३२६. कर्मग्रन्थ चतुष्टय स्तबक, साधुकीर्त्ति उ० / अमरमाणिक्य उ०, प्रकरण, राजस्थानी,
१९वीं, अ., ह. विनय. प्रतिलिपि ३२७. कर्मग्रन्थ पञ्चक (१ से ५) स्तबक, देवचन्द्रोपाध्याय / दीपचन्द्र उ०, प्रकरण, राजस्थानी,
१८वीं, 'आदि-प्रणिपत्य जगन्नाथं..., अन्त-श्रीमत्पाठक राजसार...', मु., अध्यात्म ज्ञान
प्रसारक मण्डल, पादरा ३२८. कर्मग्रन्थादि यन्त्र, सुमतिवर्द्धनगणि / विनीतसुन्दर, प्रकरण, राजस्थानी, १८७५ किशनगढ़,
'आदि-पंचमकर्मग्रन्थ यन्त्र.... अन्त-सय अढार पिचहत्तरे...', अ., ह. खरतरगच्छ ज्ञान भं.,
जयपुर, हरिसागरसूरि ज्ञान भं., पालीताणा ३२९. कर्मचन्द्रवंशप्रबन्ध, जयसोमोपाध्याय / प्रमोदमाणिक्यगणि, ऐतिहासिक काव्य, संस्कृत,
१६५० लाहौर, म., सिंघी जैन ग्रन्थमाला, बम्बई ३३०. कर्मचन्द्रवंशप्रबन्ध टीका, गुणविनयोपाध्याय / जयसोम उ०, काव्य, संस्कृत, १६५६
तोसामपुर, मु., सिंघी जैन ग्रन्थमाला, बम्बई ३३१. कर्मचन्द वंशावली रास, गुणविनयोपाध्याय / जयसोम उ०, रास चौपई, राजस्थानी,
१६५५ सधरनगर, 'आदि-फलवधि पास प्रमाण करि..., अन्त–सोलहसइ पंचावन तणइ...',
अ., उ. जैन गुर्जर कविओ भाग-१, पृ. ३२७ ३३२. कर्मबन्धविचार, रामचन्द्रगणि / शिवचन्द्रोपाध्याय, प्रकरण, राजस्थानी, १९०७ ग्वालियर,
'आदि-कर्मबन्ध सुविचार..., अन्त-जड़ चेतन परजाय करमबंध इ जो कह्यौ...', अ., उ.
जैन गुर्जर कविओ भाग-३, पृ. ३४६ ३३३. कर्मविचारसार प्रकरण, साधुरङ्ग उ० / भुवनसोम उ० आद्यपक्षीय, प्रकरण, प्राकृत,
१६वीं, अ., ह. रा.प्रा.वि.प्र., जोधपुर ३३४. कर्मविपाक कर्मस्तव स्तबक, सुमति / जयकीर्त्तिगणि पिप्पलक, प्रकरण, राजस्थानी,
१७वीं, अ., ह. चारित्र रा.प्रा.वि.प्र., बीकानेर
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