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१८०७. प्रश्नोत्तर, जयसोमोपाध्याय / प्रमोदमाणिक्य उ०, चर्चा, राजस्थानी, १७वीं, अ., ह. चारित्र
रा.प्रा.वि.प्र., बीकानेर १८०८. प्रश्नोत्तर ३६, जयसोमोपाध्याय / प्रमोदमाणिक्य उ०, चर्चा, राजस्थानी, १७वीं लाहौर,
अ., ह. चारित्र रा.प्रा.वि.प्र., बीकानेर १८०९. प्रश्नोत्तर १४१, जयसोमोपाध्याय / प्रमोदमाणिक्य उ०, चर्चा, राजस्थानी, १७वीं लाहौर,
अ., ह. हरिसागरसूरि ज्ञान भं., पालीताणा १४५८ १८१०. प्रश्नोत्तर, जिनसुखसूरि / जिनचन्द्रसूरि, चर्चा, राजस्थानी, पाटण, १७६७ पाटण, अ., ह.
जयचन्द्र रा.प्रा.वि.प्र., बीकानेर १८११. प्रश्नोत्तर ग्रन्थ, ज्ञानसारोपाध्याय / रत्नराज उ०, चर्चा, राजस्थानी, १९वीं, अ. १८१२. प्रश्नोत्तर ग्रन्थ, मेरुसुन्दरोपाध्याय / रत्नमूर्ति उ०, चर्चा, राजस्थानी, १५३५, अ., ह.
महिमाभक्ति - बड़ा ज्ञान भं., बीकानेर, हरिसागरसूरि ज्ञान भं., पालीताणा १८१३. प्रश्नोत्तर चौपई, जिनसुन्दरसूरि बेगड़ / जिनसमुद्रसूरि, रास चौपई, राजस्थानी, १७६२
आगरा, 'आदि-श्री श्रुतदेव नमी करी..., अन्त–संवत सतरेसे बासठे आगरा नगर मझार...',
अ.,उ. जैन गुर्जर कविओ भाग-२, पृ.४६२ १८१४. प्रश्नोत्तर मालिका चौपई ( पार्श्वचंद्र मत दलन चौपई), गुणविनयोपाध्याय / जयसोम
उ०, रास चौपई, राजस्थानी, १६७३ सांगानेर, आदि-श्री पदमप्रभ पय नमी समरी सारददेवि..., अन्त–दीप्र दीवाजइ करि सोलि तिहत्तरई ए देइ श्रुत साख...', अ., ह. खरतरगच्छ ज्ञान भं., जयपुर, जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर, हरिसागरसूरि ज्ञान भं., पालीताणा, जैन ज्ञान मंदिर,
वीजापुर १८१५. प्रश्नोत्तर माला, चिदानन्द / चुन्नीजी, प्रश्नोत्तर, हिन्दी, १९०६ भावनगर, आदि-चिदानंद पदकज
नमी..., अन्त-रस पूण नंद सुचंद संवत......', मु., चिदानंद कृत सर्व संग्रह भाग-२, पृ. १३२ १८१६. प्रश्नोत्तर रत्न, चारित्रनन्दी / नवनिधि, प्रश्नोत्तर, हिन्दी, २०वीं, अ., ह. सदागम ट्रस्ट,
कोडाय १८१७. प्रश्नोत्तररत्नमाला कल्पलतिका टीका, देवेन्द्रसूरि / संघतिलकसूरि रुद्रपल्लीय, उपदेश,
संस्कृत, १४२९, आदि-श्रीनामिमूर्जिनवर..., अन्त-श्री वर्धमान जिनशासनमेरुभूषा...', मु.,
हीरालाल हंसराज, जामनगर, सकलचन्द्रसूरि - पार्श्वचन्द्रगच्छ ज्ञान भं., खम्भात १८१८. प्रश्नोत्तररत्नमाला लेखन प्रशस्तिः, देवमूर्ति / जिनेश्वरसूरि, ऐतिहासिक प्रशस्ति, संस्कृत,
१३वीं, अ., ह. जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर २१७ १८१९. प्रश्नोत्तररत्नमालिका बालावबोध, जिनराजसूरि / जिनसिंहसूरि, उपदेश, राजस्थानी, १७वीं,
अ., ह. वृद्धिचन्द संग्रह, जैसलमेर १८२०. प्रश्नोत्तररत्नमालिका स्तबक, जिनरङ्गसूरि / जिनराजसूरि, उपदेश, राजस्थानी, १८वीं, अ.,
ह. ज्ञान भं., पाटण
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खरतरगच्छ साहित्य कोश :
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