________________
४२१. कालिकाचार्य कथा, लक्ष्मीवल्लभोपाध्याय / लक्ष्मीकीर्ति उ०, कथा चरित्र, संस्कृत, १८वीं,
___ अ., ह. खरतरगच्छ ज्ञान भं., जयपुर ४२२. कालिकाचार्य कथा, शिवनिधानोपाध्याय / हर्षसार उ०, कथा चरित्र, राजस्थानी, १७वीं,
अ., ह. वृद्धिचन्द संग्रह, जैसलमेर ४२३. कालिकाचार्य कथा, समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, कथा, संस्कृत, १६६६ वीरमपुर,
_ 'आदि-प्रणम्य श्रीगुरुम गद्य..., अन्त-श्रीमद्विक्रम संवति...', मु., जिनदत्तसूरि ज्ञान भं.,
बम्बई, ह. बालचन्द संग्रह, चित्तौड़ ६६, ४२४. कालिकाचार्य कथा, सुमतिहंसगणि / जिनहर्षसूरि आद्य., कथा चरित्र, राजस्थानी, १७१२,
अ., ह. यति सूर्यमल संग्रह, कलकत्ता ४२५. काव्यप्रकाश टीका, गुणरत्नोपाध्याय / विनयसमुद्र उ०, लक्षणशास्त्र, संस्कृत, १६१०,
अ., ह. दानसागर - बड़ा ज्ञान भं., बीकानेर, हरिसागरसूरि ज्ञान भं., पालीताणा ४२६. काव्यप्रकाश टीका (नवमोल्लासस्य), क्षमामाणिक्य / जिनजय, लक्षणशास्त्र, संस्कृत,
१८३४ राजपुर, अ., ह. बड़ा ज्ञान भं., बीकानेर ४२७. काव्यमण्डन, मन्त्रि मण्डन / बाहड़, काव्य, संस्कृत, १५वीं, आदि-श्रीमद्धम स्तुमस्तत्रुिभुवन
महिमं..., अन्त-श्रीमद्वन्द्यजिनेन्द्रनिर्भरनते श्रीमालवंशोन्नते...., श्लो.-१२५०', ह. हेमचन्द्राचार्य
ज्ञान भं., पाटण, म. हेमचन्द्राचार्य सभा. पाटण ४२८. कीर्तिधर सुकोशल चौढालिया, आनन्दनिधान उ० / मतिवर्द्धनगणि आद्य., रास चौपई,
राजस्थानी, १७३६ बगड़ी, अ., ह. केशरियानाथ ज्ञान भं., जोधपुर ४२९. कीर्त्तिधर सुकोशल चौढालिया प्रबन्ध, महिमसिंह (मान)/ शिवनिधान उ०, रास चौपई,
राजस्थानी, १६७० पुष्कर, 'अन्त-श्री खरतरगच्छ राजई...', अ., उ. जैन गुर्जर कविओ भाग-१,
पृ. २१८ ४३०. कीर्तिरत्नसूरि चौपई, कल्याणचन्द्र गणि / कीर्तिरलसूरि, ऐ. रास चौपई, राजस्थानी,
१६वीं, 'आदि-सरसति सरस वयण देवि..., अन्त-श्री कीर्तिरतन सूरि चउपइ...', मु.,
ऐतिहासिक जैन काव्य संग्रह, पृ.५१ ४३१. कीर्त्तिरत्नसूरि वीवाहलउ, कल्याणचन्द्र गणि / कीर्त्तिरत्नसूरि, ऐ. रास चौपई, राजस्थानी,
१६वीं, 'आदि-भत्ति भर भरियउ हरिस सिरि वरियउ..., अन्त–एवं वीवाहलउ भणइ... गा.
५४', अ., ह. अभय ग्र., बीकानेर ४३२. कुन्थुनाथ चरित्र, विबुधप्रभसूरि / देवानन्दसूरि, काव्य, संस्कृत, १२वीं, अ., उ. वृहट्टिप्पनिका ४३३. कुबेरदत्त कुबेरदत्ता चौपाई, नयरङ्ग वा. / गुणशेखर वा., रास चौपई, राजस्थानी, १६३१,
'आदि-श्रीजिनचरण नमि हित करी..., अन्त–सोलसइ इगतिसइ समइ...', अ., ह. जिनभद्रसूरि ज्ञान भं., जैसलमेर, बड़ा ज्ञान भं., बीकानेर
खरतरगच्छ साहित्य कोश
35
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org