________________
अमरकोषः।
[प्रथमकाण्डे-१ कुल्याऽल्पा कृत्रिमा सरित् । २ शरावती वेत्रवती चन्द्रभागा' सरस्वती ॥ ३४ ॥
कावेरी सरितोऽन्याश्च ३ सम्भेदः सिन्धुसनमः । द्वयोः प्रणाली पयसः पदन्यां ५ त्रिषु तूत्तरौ।। ३५ ।।
देखिकायां सरय्वां च भवे दाधिकसारखी। ६ सौगन्धिकं तु कलारं ७ हल्लक रक्तसन्ध्यकम् ।। ३६ ।। ८ स्यादुत्पलं कुवलयरमथ नीलाम्बुजन्म च ।
इन्दीवरं च नीलेऽस्मिन् ११ सिते कुमुदकैरवे ।। ३७॥ १ कुख्या (स्त्री), 'नहर' का । नाम है ॥
२ शरावती, वेत्रवती, चन्द्रभागा ( + चान्द्रभागी, चन्द्रभागी, चान्द्रभागा, चन्द्रिका ), सरस्वती, कावेरी (५ स्त्री), 'शरावती आदि प्रत्येक नदियों' का १-१ नाम है। अन्य भी 'कौशिकी, गण्डकी, गोदा, वेणी, चर्मण्वती, सिन्धु' आदि नदियाँ हैं ॥ . ३ सम्भेदः, सिन्धुसङ्गमः (पु), 'नदियोंके संगम' के २ नाम हैं ॥
प्रणाली (पु स्त्री। अन्यमतमें स्त्री न), 'पनारे या नाले' का १ नाम है।
५ दाविका, सारवः ( २ त्रि), 'देविका और सरयू नदीमें होने घाले पदार्थ का क्रमशः १-१ नाम है ॥
६ सौगन्धिकम् , कहारम् (न), 'सायंकाल में फूलनेवाले श्वेतकमल' के २ नाम हैं।
७ हलकम् , रक्तसमध्यकम् (२ न ) 'लाल कहार या त्रिकालमें फूलनेवाले रक्तपुष्प-विशेष' के २ नाम हैं ।
८ उत्पलम् , कुवलयम् (+ कुवम्, कुचलम् । २ न), 'श्वेत कमल या सामान्यतः कमल और कुमुदमात्र' के २ नाम हैं ।।
९ नीलाम्बुजन्म (= नीलाम्बुजन्मन् । + नीलाम्बुजम् ), इन्दीवरम् (+इन्दीवारम् । २ न ), 'नील कमल' के २ नाम हैं ॥
१० कुमुदम, कैरवम् (२ न) 'श्वेत कमल, कुमुद या कोई' के नाम हैं। १. '...चान्द्रमागी...' इति ,...चन्द्रमागी...' इति च पाठान्तरम्।।
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org