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आवह
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आशय
आवह वि० लावनाएं; उत्पन्न करनाएं (उदा० दुःखावह) आवाप पुं० खेतरमां बीज वाववां ते (२) वृक्षनी आसपासनो क्यारो (३)शत्रु के परराष्ट्र अंगे विचारणा (४) कंकण आवास १० प० सुगंधित करवू भावास पुं० निवासस्थान ; घर (२) आश्रयस्थान वाह पुं० एक धार्मिक विधि वाहन न० बोलाव-निमंत्र ते(२) देवनं आवाहन न ऊन- वस्त्र गविक वि० ऊन- (२) घेटा संबंधी (३)
विद् २ उ०, -प्रेरक० जणावq; निवेदन कर, (२) अगाउथी जाण करवू (३) बक्षिस आपवी विद्ध ('आव्य 'न भू० कृ०) वि० वोंधायेल; छेद पडायेलु (२) वांकु; वळेलु (३) जोरथी फेंकेलं (४) एकबीजा पासे नाखेलते (२) अवतार विर्भाव पुं० प्रकट थq ते ; प्रकट करवं विk १ प० प्रकट थy; देखावू पविल वि० दुषित;मलिन (२) अस्वच्छ; गं, (३)अगुद्ध (४) काळाश पडतुं (५) झांखु ; अस्पष्ट विश् ६ प० प्रवेश करवो (२) पासे जव (३) कबजो लेवो (भय, क्रोध इ० लागणीओए) (४)अमुक स्थिति प्राप्त करवी (सुख, दुःख इ०) आविष्करण न०, आविष्कार पुं० प्रकट थवले; प्रकट करवं ते विष्कृ ८ उ० खुल्ल करव; प्रकट कर गाविष्कृत वि० प्रकट करायेलं-थयेल (२) प्रसिद्ध थयेलं माविष्ट वि० प्रवेशेलु (२) ग्रस्त (भूतप्रेतादियो के भयक्रोधादिथी) (३) तत्पर; मग्न विस् अ० प्रकट ; खल्लं; नजर सामे हावुक पुं० पिता; बाप (नाटकनी भाषामां)
आधुत्त पुं० बनेवी आव ५, ९, १०, उ० ढांकवु (२) वर; पसंद करवू (३) व्याप; भरी काढवू (४) रोकवू; निवारवू आवृज १ आ० आपq (२) तरफ वळवं (३) पसंद कर
-प्रेरक० वाळवू; नमाव (२) जीती लेवू; मनावी लेवू; खुश करवू (३) भेगु करवू; लाव (४) आपy; वरसावq (५) खेंची लेवू; काढी लेवू (६) ठालव, आवत् १ आ० गोळ फरवू (२) पार्छ फरवू; पार्छ वळवू (३) तरफ जर्बु
-प्रेरक० फेरवयु (२) गबडावq; उलटावद् (३) रेलावद् (आंसु) (४) पुनरावृत्ति करवी आवृत्त वि० गोळ फरेलु (२)पार्छ फरेलु के फेरवेल (३) पुनरावृत्ति करेल (४) गोखलं (५) नासी गयेलं आवृत्ति स्त्री० पुनरागमन ; पाछा फरवू ते (२) पलायन (३) गोळ फरवं ते ; आसपास फरवू ते (४) फरी फरीने जन्म-मरण पामवां ते (५)फरी फरीने अभ्यास (६) एकनी एक क्रिया फरी फरीने करवी ते आवेग पुं० जुस्सो; आवेश (२) क्षोभ ; व्यग्रता (३) त्वरा; उतावळ आवेश पुं० प्रवेश (२) जुस्सो; ऊभरो (३) गुस्मो (४) अभिमान; अहंकार (५) अभिनिवेश; आसक्ति (६) वळगाड (भूत बगेरेनो) आवेष्ट १० प० ढांक; बिछावq (२) - आमळवू आवेष्टन न० ढांकण (२) वींटq - बांधवू ते (३) वाड; कोट आश पं० खावू ते; भोजन आशय पु० अभिप्राय; इरादो (२)विभव; समृद्धि;मिलकत(३)वासनारूप संस्कार ()भाग्य; अदृष्ट (५) चित्त (६) शयन
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