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अंबुद, अंबुधर पुं० वादळ अंबुषि, अंबुनिधि पुं० महासागर ; समुद्र अंबुप पुं० समुद्र (२) वरुण अंबुपति पुं० वरुण अंबुमुच पुं० वादळ; मेघ अंबुरय पुं० प्रवाह अंबुराशि पु० समुद्र अंबुरुह, न०, अंबुरुह पुं०, न० कमळ
(दिवसे खीलतुं) अंबुवाह पुं० वादळ; मेघ (२) सरोवर
(३) पागो वहेनारो अंभस् न० पाणी (२) आकाश अंभोज वि• जलोत्पन्न (२) न० कमळ अंभोजिनी स्त्री० कमळनो छोड़ (२) कमळनो समूह (३) कमळतुं सरोवर के तळाव अंभोद, अंभोधर पुं० वादळ अंभोधि, अंभोनिधि, अंभोराशि पुं०
महासागर; समुद्र अंभोरुह, न०, अंभोरुह पुं०, न० कमळ अंश पुं० भाग; हिस्सो (२) मिलकतमा हिस्मो (३) वर्तुळनो ३६० मो भाग (४) खभो
आकरिन् अंशावतार पुं० जेमां ईश्वरनी विभूति
नो मात्र अंश होय तेवो अवतार अंशिन वि० भागीदार; हकदार (२)
अवयवी; जेने अंशो होय तेवू अंशु पुं० किरण (२) अणी के छेडो (३) नानामां नानो भाग; अणु (४) वेग (५) वस्त्र (६) पातळो दोरो अंशक न० वस्त्र (२) बारीक अथवा रेशमी वस्त्र (३) झीणुं के श्वेत वस्त्र
(४) उत्तरीय अंशुमत् वि. किरगवाळु; तेजस्वी; प्रकाशित (२) अणीवाळ (३) पुं० सूर्य (४) चंद्र अंशुमालिन् पुं० सूर्य अंस पुं० भाग; हिस्सो (२) खभो अंसल वि० मजबूत खभावार्छ; बळवान अंसवितिन् वि० खभा तरफ वळेलं अंह, १ आ० जर्बु (२)१०प० मोकलवं
(३) बोलg (४) प्रकाश, अंहस् न० पाप अंहि पुं० जुओ 'अंघ्रि'
आ
आ संमति, दुःख, शोक, अनुकंपा, स्मरण अने पादपूरण अर्ये वपराय(२)सामीप्य, चारे बाजाए, सर्व बाजुए, -ए अर्थमां नाम अने धातुनी पूर्वे आवे (३) गतिवाचक क्रियापदो साथे ऊलटो अर्थ दविवा वपराय (उदा० 'आगच्छति' =आवे छे ; 'आनयति' = लावे छे) (४) जुदा लखाता उपसर्ग तरीके, '-थी मांडीने - सुधी' ए जातनी मर्यादासीमा दावे (उदा० ‘आ जन्मनः' = जन्मथी ज; 'आ परितोषाद 'संतोष थाय त्यां सुधी) (५) 'सुधी'-'पर्यंत'
-एवा अर्थमां समासमां पण जोडाय (उदा० 'आबालम्', 'आमरणम्') (६) विशेषणनी साथै अल्पता दर्शावे (उदा० 'आरक्त' = थोडं लाल) आकच् १ आ० बांध आकथन वि० बडाई मारनाएं आकर वि० श्रेष्ठ; उत्तम (२) पुं० खाण (३) समूह; ढगलो आकरग्रंथ पुं० कोई विषयनी माहितीनो प्रमाणभूत ग्रंथ आकरिन् वि० खाणमां पेदा थयेलं (२) सारी जातर्नु; उत्तम ओलादन
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