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समाक्रांत कबजो लेवो (२)भरी काढवू; व्यापधुं (३) हुमलो करवो; ताबे करवू (४) उपर पग मूकवो-चालवू ; वारंवार जवं आव समाक्रांत वि० उपर पग मुकायो होय
के चालवामां आव्युं होय तेवु (२) हुमलो करायेलं (३) पाळेलं (वचन) समाख्या २ प० गणवं; गणतरी करवी
(२) कहेवू; वर्णवq (३) जाहेर करवू समागत वि० भेगु मळेलं (२) युक्त; सहित (३) आवी पहोंचेलं (४) पासे पहोंचेलु (५) न० समागम ; मेळाप समागति स्त्री० आगमन (२) संयोग;
संगम (३) सहवास समागम् १५०[समागच्छति भेगा मळवू
(२) सोबत करवी (३) संभोग करवो समागम पुं० मिलन; मेलाप; एकठा
मळवू ते (२) सोबत समाचर् १ प० आचर; वर्तवू (२)
खसेडवू; दूर करवू समाचार पुं० वर्तणूक ; वर्तन (२) सद्
वर्तन; सारी चालचलगत (३) खबर समाचेष्टित न० वर्तणूक ; वर्तन ; रीत समाज पुं० मंडळी ; मेळो; समुदाय (२) उजाणी के उत्सव माटेनी मंडळी (३) मेळाप; मळवं ते [प्रेक्षक समाजिक पुं० कोई मंडळीनो सभ्य (२) समाजा ९ उ० बराबर जाणवू के समजवू (२) ओळखवू
-प्रेरक० आज्ञा करवी समाज्ञा स्त्री० कीति (२) नाम (केटलाक
उपासना एवो अर्थ आपे छे) समादा ३ उ० लेवू; स्वीकार (२) पकडवू (३) बक्षिस करवू (४) पार्छ वाळवू (५) समजवू (६) भेगुं कर समादिश् ६ प० बतावq; दर्शावq(२) जणावq; कहेQ (३)जाहेर करवु (४) भविष्य भाखवू (५)आज्ञा करवी (६) निमणूक करवी; सोंपवं
समाप् समादिष्ट वि० दर्शावायेलं; फरमावेलु समादेश पुं० आज्ञा; हुकम; सूचना समाधा ३ उ० एकळु मूकवू; साथे मूकबू (२) -उपर मूकवू (३) गादीए बेसाडq (४)शांत करवू; स्वस्थ करवू(५) एकाग्र करवू (६) समाधान करवू (शंका-) (७) दुरस्त करवू(८)विचारवं समाधान न० साथे मूकवू के जोडवू ते (२) -मां स्थिर के एकाग्र करवू ते (३)स्थिरता; स्वस्थता; शांति (४) शंका दूर करवी ते समाधि पुं० स्थिर के एकाग्र करवू ते(२) ऊंडु ध्यान (ध्यान-ध्येय-ध्यातानुं भेदज्ञान न रहे तेवू) (३) एकाग्रता; लवलीनता (४) ध्यान-समाधि युक्त तपस्या (५)संबंध;जोडाण (६) गळानो सांधो के गळानी अमुक स्थिति समाधित वि० समाधान पामेलु; शांत
थयेलं; मनायेलं समाधिन् वि० जुओ 'समाधिमत्' समाधिभूत् वि० ध्यानमां लवलीन एवं समाधिमत् वि० समाधियुक्त (२)
पवित्र ; धार्मिक समाधूत वि० वीखरायेलु समान वि० सरखं; सदृश; तादृश (२) पुं० पांच प्राणोमांनो एक (अन्न पचवनार नाभिस्थ वाय) समानधर्मन् वि० सरखा गुण धरावनाएं
(२) सहानुभूतिवाळं; कदरदान समानप्रतिपत्ति वि० समान बुद्धि के
डहापणवाळु समानम् अ० एक सरखं होय तेम समानशील वि० सरखा स्वभावन;
सरखी प्रकृतिवाळं समानी १ प० भेगुं करवू; जोडq (२)
लावq (३) एकत्र करवू समाप ५५० मेळवq; सिद्ध कर, (२) समाप्त करवू; पूरुं करवू -प्रेरक० पूरे कर - मारी नाखवू
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