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मांगल्यमृदंग ३८१
मिलत् न० मांगलिकता; सद्भाग्य (३). मित्रनुं कार्य (२)मित्र तरीकेतुं कृत्य ; आशीर्वाद (४) उत्सव (५) तावीज मित्रताभयुं कृत्य मांगल्यमृदंग पुं० शुभ प्रसंगे वगाडातुं
मित्रता स्त्री०, मित्रत्व न० दोस्ती नगारुं [मजीठथी रंगेहूं
मित्रविंद पुं० अग्नि मांजिष्ठ वि० मजीठ जेवं रातुं (२) मित्रसाह वि० मित्र प्रत्ये उदार मांजिष्ठिक वि० मजीठथी रंगेल
मिथस् अ० अरसपरस; एकबीजाने मांडलिक वि० प्रांत संबंधी (२) पुं० (२) खानगीमा (३) वाराफरती प्रांतनो सूबो (३) त्रणथी दस लाखनी मिथिला स्त्री० विदेह देशनी राजधानी आवकवाळो राजा
मिथुन वि० जोडकारूप (२)न०जोडकुं मांत्रिक पुं० मंत्रतंत्र जाणनारो
मिथुनेचर पुं० चक्रवाक | मांथर्य न० धीमापणुं सुस्ती (२)नबळाई
मिथ्या अ० खोटी रीते; छळकपटथी; मांदुरिक पुं० घोडानी मावजत करनारो
अयथार्थपणे (२) ऊलटुं (३)नकामुं; मांद्य न० धीमापणुं; सुस्ती (२) मूर्खता;
निष्प्रयोजन
[करनारु जडता (३) नबळाई; बीमारी
मिथ्याकारुणिक वि० करुणाळतानो ढोंग
मिथ्याक्रय पुं० खोटी किंमत मांद्यव्याज पुं० मांदगीनो ढोंग ।
मिथ्याचार वि० दांभिक; मिथ्याचारी मांस न० मांस (पहेलां पांच रूप नथी;
(२)पुं० दांभिक के अघटित व्यवहार बाकीनां रूप 'मांस'नी बीजी विभक्ति बहुवचनथी विकल्पे मुकाय छे)
मिथ्याजल्पित न० खोटी अफवा मांस न० प्राणीना शरीरनो स्नायु
मिथ्यादृष्टि स्त्री० खोटा सिद्धांतने
वळगवू ते; नास्तिकता रूप भाग (२) फळनो गर
मिथ्यापवाद पुं० खोटुं आळ मांसक्षय पुं० शरीर (मांसनुं धाम)
मिथ्यापंडित पुं० मात्र देखावमां ज मांसल वि० मांसवाळू (२)भरावदार;
पंडित के विद्वान एवं [करनारं जाडु (३) ऊंडु (ध्वनि) (४) कदमां
मिथ्याप्रतिज्ञ वि० प्रतिज्ञानो भंग के जथामां वधेलु (५) गाढुं
मिथ्याफल न० काल्पनिक लाभ के फायदो मांसलता स्त्री० करचली (चामडीनी)
मिथ्याभिशंसन न० खोटं आळ मांसाद वि० मांसाहारी
मिथ्यावादिन् वि० जूठं बोलनारुं मांसौदन पुं० भात मिश्रित मांस (२)
मिथ्यावृत्त वि० दुराचारी .. मांस, भोजन
मिथ्याव्यापार पुं० बीजानां काममा मित ('मा' - भू० कृ०)वि० मापेलु(२)
नाहक घालमेल करनारो सीमा आंकेलं (३) थोडं; मर्यादित
मिथ्योपचार पुं० दंभथी बतावेली मितद्रु पुं० समुद्र
मायाळता; दंभथी करेली सेवा मितभाषिन, मितवाच वि० मर्यादित मिमा वि० नाहवानी के डूबकुं मारबोलनारुं
[रांधनाएं) वानी इच्छावाळं मितंपच वि० कंजूस ; कृपण (बहु थोडं मिल ६ उ० मळवू ; जोडावू; साथे थवं; मिताक्षर वि० गुंकुं (२) पद्यमां रचेलं भेगा थq (२) बनवू; थर्बु (३) भेटवू मिताहार वि० मर्यादासर खानाएं (४) मळता थर्बु (अभिप्राय साथे) मित्र पुं० सूर्य (२) न० दोस्त
(५) मेळ खावो बिनतुं मित्रकर्मन, मित्रकार्य, मित्रकृत्य न० मिलत् वि० मळतुं; जोडातुं (२)यतुं;
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