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________________ पूरोत्पीड पूरोत्पीड पुं० पूर आवq के ऊभरावं ते पूर्ण ('पू' भू० कृ०) वि० पूरुं; संपूर्ण; भरेलु (२) आखं ; कुल (३) सिद्ध थयेलं (४) समाप्त थयेलं पूर्णक पुं० कूकडो (२) चास पक्षी । पूर्णकाम वि० जेनी कामनाओ पूर्ण थई छे तेई (२) पुं० परमात्मा पूर्णकुंभ पुं० पाणीथी भरेलो घडो (२) युद्धनो एक प्रकार (३) घडाना आकार- भीतमा पाडेलु बाकुं पूर्णपात्र न० पूरो भरेलो प्यालो के घडो (२) २५६ खोबानुं माप (३) उत्सव प्रसंगे के वधामणी अर्थे (वस्त्रो, घरेणां वगेरेथी भरेल) अपातुं पात्र (पेटी के करंडियो) (४) यज्ञने अंते चोखा भरीने अपातुं पात्र पूर्णमानस वि० संतुष्ट पूर्णमास पुं० पूनमने दिवसे करवानो एक यज्ञ (२) चंद्र पूर्णमासी स्त्री० पूनम पूर्णावतार पुं० पूर्ण कळा साथेनो (विष्णुनो चोथो, सातमो के आठमो) अवतार (नृसिंह, राम के श्रीकृष्ण तरीकेनो) पूर्णाहति स्त्री० पूरी कडछी भरीने आहुति (होमनी समाप्ति वखते) पूणि स्त्री० पूर्ण करवू ते; भर ते (२) पूनम पूणिका स्त्री० एक जातनुं पंसी पूर्णिमा, पूर्णिमासी स्त्री० पूनम पूर्णदु पुं० पूनमो चंद्र पूर्त न० वावकूबा, धर्मशाळा वगेरे बंधाववा रूपो पुण्यकर्म (अग्निहोत्रादिथो थतुं ते 'इष्ट') पूति स्त्री० पूर्ण करवं ते (२)तृप्ति पूर्व वि० पहेलं; प्रथम (२) पूर्व । दिशान; पूर्व दिशा तरफन (३)प्राचीन; अगाउनुं (४) प्राचीनकाळथी चालतुं पूर्वपूर्व आवेल (५)शरूआतनुं प्रारंभनु (६) पुं० पूर्वज (७)न० आगळनो भाग पूर्वक वि० (समासने अंते) -जेनी आगळ छे तेवू; - साथy (२) पहेलांनु; अगाउनुं (३) पूर्व; प्रथम (४) पुं० पूर्वज पूर्वकाय पुं० शरीरनो आगळनो भाग (२) माणसना शरीरनो उपरनो भाग पूर्वकालिक, पूर्वकालीन वि० प्राचीन; पहेलांनुं पूर्वक्रिया स्त्री० पूर्वतैयारी पूर्वज वि० पूर्वे जन्मेलु (२)पुं० मोटो भाई (३) पितृ पूर्वजन्मन् न० पहेलांनो जन्म (२) पुं० मोटो भाई पूर्वजा स्त्री० मोटी बहेन पूर्वजाति स्त्री० पूर्वजन्म पूर्वतस् अ० पूर्वमां; पूर्व तरफ (२) आगळ ; नी सामे (३)प्रथम ; पहेलां पूर्वत्र अ० पूर्वे; पहेलां पूर्वदिश स्त्री० पूर्व दिशा पूर्वदिष्ट न० पूर्व कर्मोनू फळ पूर्वदृष्ट वि० प्राचीनोए जणाघेलं पूर्वदेव पुं० असुर (२) पितृ (३) (द्वि० व०) नर अने नारायण पूर्वदेवता स्त्री० पित पूर्वनिविष्ट वि० पू" करेलु पूर्वपक्ष पुं० शुक्ल पक्ष (२) चर्चा के निर्णय माटे कोई शास्त्रीय विषयनी बाबतमा रजू करेलो पक्ष के प्रश्न (३) अदालतमां वादीए रजू करेली वात पूर्वपीठिका स्त्री० उपोद्घात पूर्वपुरुष पुं० ब्रह्मा (२) पिता, पितामह, प्रपितामह ए त्रणमांनो कोई पण (३) पूर्वज [आतमां पूर्वम् अ० अगाउ; पहेलां (२) शरूपूर्वपूर्व वि० एकएकथी पहेलांनुं (२) पुं० (ब० व०) पूर्वजो Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016092
Book TitleVinit Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGopaldas Jivabhai Patel
PublisherGujarat Vidyapith Ahmedabad
Publication Year1992
Total Pages724
LanguageHindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
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