________________
अष्य अघृष्य वि० अजेय; जेना उपर आक्रमण न थई शके एवं (२)नम्र; शरमाळ (३) गर्विष्ठ
अगोचर) अधोक्षज पुं० विष्णु (इंद्रियज्ञानथी अधोगति स्त्री. दुर्दशा; अवनति अधोगमन न० नीचे जq ते(२)अवनति; पडती अधोदृष्टि स्त्री० नीची नजर अधोद्वार न० गुदा अघोऽयस् अ० वधु ने वधु नीचे अधोमुख वि० नीचा मुखवाळु; नीचुं मुख करेलु अपोलोक पुं० नीचेनी दुनिया- पाताळ अपोवायु पुं० अपानवायु अध्यक्ष वि० दृष्टिगोचर (२) उपर । नजर राखनार; नियंता (३) पुं० प्रमुख; मुख्य अधिकारी अध्यक्षर न० 'ॐ' ए अक्षर-पद अभ्यय पुं०, अध्ययन न० अभ्यास अध्यवसान न० प्रयत्न; उद्योग; खंत (२) तादात्म्य; तद्रूपता अध्यवसाय पुं० प्रयत्न; उद्योग; खंत(२) निश्चय (३) उत्साह उत्साहवाळू अध्यवसायिन वि० निश्चयवाळ (२) अध्यवसो ४ प० निश्चित करवू (२) उत्साहवाळा थर्बु (खरं मानी लीधेलं अध्यस्त वि० आरोपण करायेलं;खोटाने अध्याक्रम १ उ० [अध्याक्रामति-क्रमते हुमलो करवो (२)जईने बेसवू- रहे, अध्याक्रांत वि० कबजो लेवायेलं; प्रवेशायेलं अध्यागम् १५० [अध्यागच्छति जडवू; मळवू अभ्याचरित वि० वपरायेलु (परब्रह्म अध्यात्म वि० आत्मा संबन्धी (२) न० अध्यात्मचेतस् पुं० आत्मानुं चिंतन कर
वेदांतनुं ज्ञान अध्यात्मज्ञान न० आत्मज्ञान; ब्रह्मज्ञान;
अध्युषित अध्यात्मम् अ० आत्माने लगतुं होय तेम अध्यात्मयोग पुं० आत्मानुं ध्यान अध्यात्मरति वि० आत्मचिंतनमा मग्न रहेनाएं
विद्या अध्यात्मविद्या स्त्री ब्रह्मविद्या; आत्मअध्यात्मिक वि० आत्मा संबंधी अध्यात्मने लगतुं अध्यापक पुं० शिक्षक, विद्या आपनार अध्यापन न० शिक्षण; शीखवतुं ते अध्यापयित पुं० शिक्षक ; भणावनार अध्याय पुं० अध्ययन; अभ्यास (२) प्रकरण; सर्ग; परिच्छेद (३) अभ्यासनो योग्य समय अध्यायिन वि० भणनाएं (विद्यार्थी) अध्यारह १ प० उपर चडq (२)-थी अधिक थवं
-प्रेरक० [अध्यारोपयति ] उपर चड़ावद् (२) आरोपण करवू (३)जेवू न होय ते तेने मानवं [(३) दबायेलं अध्यारुढ वि० उपर चडेलं (२)चडावेलु अध्यारोप पुं० आरोपq ते - वस्तुमां अवस्तुनु आरोपण करवु ते; भूल भरेलु ज्ञान अध्यास २ आ० रहे;स्थित थq;स्थिति करवी (२)होद्दानो स्वीकार करवो (३) प्रवेश करवो; कबजो लेवो (४)समागम करवो अध्यास पुं० खोटुं आरोपण; मिथ्याज्ञान (२)उप-प्रकरण (३)उपर बेसवु-रहेQ ते (४) उपर मूकवू ते अध्यासित वि० बेठेलं; रहेलु (२)न०
उपर बेसबुं ते अध्याहरण न०, अध्याहार पुं० अर्थना स्पष्टीकरण माटे अनुक्त पद उमेर ते (२) अनुमान; तर्क अध्याहृ १ उ० अध्याहार करवो अध्यषित ('अधि+वस्'- भू० कृ०) वि० घास करायेखें
नालं
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org