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दोवा
देश्य
२१८ देश्य वि. सिद्ध करवा योग्य ; बताववा दैवतपति पुं० इंद्र योग्य (२) स्थानिक ; देशीय (३) दैवतस् अ० नसीबजोगे लगभग; नजीकनुं
देवदत्त वि० सहज; कुदरती देह पुं०, न० शरीर
दैवदुर्विपाक पुं० नसीबनी प्रतिकूळता देहकर पुं० पिता [(३) पिता दैवयोग पुं० नसीबनो जोग देहकृत् पुं० पंचमहाभूत (२)परमेश्वर देवरक्षित पुं० देवोए रक्षेलं देहत्याग पुं० मृत्यु (२) आपमेळे शरीर देवसिक वि० एक दिवसमांथतुं त्यागवू ते
निद्रा इ.) दैवहत पुं० दुर्भागी; कमनसीब देहधर्म पुं० देहनो सहज धर्म (आहार, वैवाधीन, दैवायत्त वि० प्रारब्धने आधीन देहबद्ध वि० देहधारी; मूर्तिमंत देवोपहत वि० कमनसीब; दुर्भागी देहबंध पुं० शरीरनुं माळखं
दैशिक वि० स्थानिक (२) राष्ट्रीय (३) देहभान वि० देहधारी
ते स्थळ» परिचित (४)शीखवनाएं; देहभृत् पुं० प्राणी (खास करीने मनुष्य) दर्शावनाएं (५) पुं० गुरु (६) भोमियो देहयात्रा स्त्री० मरण; मृत्यु (२) भोजन दैहिक वि० देहने लगतुं ; देह संबंधी (२) (३) आजीविका
देहमा थनारूं-होनाएं देहयापन न० शरीरने पोषण आपवं ते दो ४५० [धति कापवू; भाग पाडवा देहलि (-ली) स्त्री० उमरो
(२)लणवू देहवत् पुं० देहधारी; प्राणी
दोग्ध पुं० दूध दोहनार (२) वाछरडु देहावरण न० बख्तर
दोर पुं० दोरडु देहांतर न० पुनर्जन्म ; बीजो देह दोदंड पुं० दंड जेवो मजबूत हाथ देहिन् पुं० देहधारी प्राणी; मनुष्य (२) दोर्मूल न० बगल; काख जीवात्मा (शरोरमां बद्ध)
दोर्युद्ध न० हाथोहाथनी लडाई दै १५० स्वच्छ करवू; शुद्ध कर, दोल पुं० हीचको; झूलो (२)हींचq ते दैतेय, दैत्य पुं० दितिनो पुत्र - राक्षस दोला स्त्री० पालखी; डोळी (२) दैन, दैनंदिन, दैनिक वि. दररोजन हीचको; झलो (३) अनिश्चितता दैन्य न० दीनता; गरीबाई; कंगालियत दोलायमान वि० हीच; डोलतुं (२) दैर्घ्य न० दीर्घता; लंबाई
अनिश्चित; अस्थिर; संशयग्रस्त देव वि० देव संबंधी; दैवी (२) पुं० दोलायुद्ध न० विजयनी अनिश्चितताआठ विवाह-प्रकारमांनो एक (जेमां वाळु युद्ध . [ग्रस्त ; अनिश्चित यज्ञ वखते, यज्ञ करावनार ऋत्विजने दोलारूढ वि० हींचका खातुं (२) संशयकन्या परणावी देवाय छे) (३) न० दोष पुं० भूल; चूक (२)खोड; खामी भाग्य; नसीब (४) धर्मकृत्य (५) (३) गुनो; वांक (४) लांछन (५) देव (६) राजानुं कर्तव्य
पाप (६) नुकसान; ईजा; बीमारी देवगति स्त्री० नसीबनुं फरवू ते दोषग्रस्त वि० अपराधी; गुनेगार (२) देवचितक, दैवज्ञ पुं० ज्योतिषी; जोषी दोष के खामीथी भरेलु दैवत वि० देवी; दिव्य (२) (समासने दोषनाहिन वि० मात्र दोष जोनाएं; छेडे ) -ने इष्टदेव मानतुं (उदा० __ दोषदृष्टिवाळू 'सूर्यदैवत') (३) न० देवता; देव (४) दोषज्ञ वि० दोषने जाणनाएं (२) पुं० देवोनो समूह (५)मूर्ति
विद्वान माणस; डाह्यो माणस
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