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टंक १० उ० टांको मारवो; सीवq;
जोडवू (२) टांकवृं; कोतरवू टंक पुं०, न० कुहाडी; छीणी (२) तरवार (३) तरवारनं म्यान (४) टोच; शिखर (५)न० चलणी सिक्को । टंकण न० टंकणखार टंकशाला स्त्री०टंकशाळ टंकार पुं० धनुष्यनो टंकारव (२)बूम;
पोकार; चीस टंकिका स्त्री० कुहाडी
टंकृत न० टंकार टंग पुं० टांग ; पग (२)पावडो; कोदाळी टंगा स्त्री० टांग; पग टिट्टिभ पुं० टिटोडो (एक पक्षी) टिटिभी स्त्री० टिटोडी टिप्पणी (-नी) स्त्री० ट्रंकी नोंध; टीप टीक १ आ० जq; पहोंचवं; रहे। टीका स्त्री० समजूती आपवा करेलु विवरण
ठक्कुर पुं० मूर्ति ; प्रतिमा; देवता(२) संमान दर्शाववा प्रतिष्ठित माणसना
नामने लगाडातो शब्द ठिठा स्त्री० जुगारनो अड्डो
डमर पुं० हुल्लड; धांधळ डमरु पुं० एक वाद्य; डाखलुं डयन न० ऊडवू ते (२)पालखी; डोळी डंबर वि० प्रसिद्ध;प्रख्यात(२)० समूह; समुदाय (३) सादृश्य ; सरखापणुं (४) आडंबर; देखाव (५)मोटो अवाज उंबरनामन् वि. आडंबरी नामवाळं डाकिनी स्त्री० डाकण; स्त्रीपिशाच डात्कृति स्त्री० जुओ 'डांकृति' डामर वि० भयंकर (२) सदृश; अनुरूप (सुंदर) (३) पुं० हुल्लडनो अथवा उत्सवनो घोंघाट ; धांधळ डांकृति स्त्री० घंटानाद [भिखारी डिडिक पुं० चित्रविचित्र वेशवाळो डिडिम पुं० ढोल (दांडी पीटवानो)
डिडिर, डिंडीर पुं० फीण डिंब पुं० हुल्लड; दंगो; तोफान (२) बाळक; बच्चु (३) दडो; गोळो (४) दडा जेवो गोळ फूल-गुच्छ (५) भयनो घोंघाट (६) शरीर; देह
(७) घूमतो भमरडो डिभ पुं० छोकरो; बाळक (२) पशुनु
बच्चु (३) फणगो; अंकुर डिभक पुं० नानुं बच्चु (२) बाळक डी १ आ० ऊडवू (२) जवं डीन ( 'डी'न भू० कृ.) वि० ऊडेलु
(२) न० ऊडवं ते डुडुभ (-म) पुं० झेर विनानो साप डोम, डोंब पुं० एक हलकी मनाती जातिनो मनुष्य
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