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ऐ अ० संबोधन, आमंत्रण के स्मृति दर्शावतो उद्गार ऐकमत्य न० एकमत होवुं ते ऐकागारिक पुं० चोर (एकला - सूना घरमा पेसनार)
ऐकाय न० एकाग्रता ऐकात्म्य न० एकात्मता; अभेद; एकस्वरूपत्व (२) परमात्मा साथ अभेद (३) आत्मानुं एक होवापणुं ऐकांतिक वि० संपूर्ण; पूरेपूरुं ( २ ) निश्चित ; चोक्कस; अवश्यंभावी ( अलग; खानगी
ऐकांत्य न० सख्य; मित्रता (२) निश्चितता; अलगता
ऐक्य न० एकता ( २ ) एकमती ( ३ ) अभेद (आत्मा अने परमात्मानो) ऐक्ष्वाक वि० इक्ष्वाकु राजाना वंशनुं poor fao वैकल्पिक; मरजियात (२) स्वेच्छानुसारी; पोतानी मरजी मुजबनुं ऐणेय वि० मादा काळियारनुं (२) पुं० काळियार [ परंपरागत ऐतिहासिक वि० इतिहासने लगतुं (२) ऐतिह्य न० परंपरागत वात के वर्णन
ओ अ० संबोधन, स्मरण, अनुकंपा -ए भाव दर्शावे
ओक पुं० घर; निवासस्थान ( २ ) आश्रय ओकस् न० घर ( २ ) आश्रयस्थान ओघ पुं० पूरनुं पाणी; प्रवाह ( २ ) जळतो वेग (३) ढगलो; जथो ओज, ओजस् न० प्रकाश; तेज (२) बळ; प्रतिभा; पराक्रम (३) जीवनशक्ति; जननशक्ति; पौरुष ( ४ )
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एवंपर्य न० मुख्य तात्पर्य ऐन वि० सूर्यनुं
ऐभि वि० हाथीनुं; हाथी संबंधी ऐरावण, ऐरावत पुं० इंद्रनो हाथी ऐलविल पुं० कुबेर
ऐश वि० शंकर संबंधी (२) राजा संबंधी ऐशान वि० शंकरनं ऐशानी स्त्री० ईशान खूणो ऐश्वर वि० ईश्वरनुं ; ईश्वरी (२) शंकरनं ऐश्वर्य न० ईश्वरपणुं ( २ ) सर्वोपरीपणुं (३) मोटाई; साहेबी (४) विभूति; संपत्ति ऐहलौकिक वि० आ लोकनुं; आ दुनिया ; सांसारिक
ऐहिक वि० आ दुनियानुं ; आ लोकनुं ; सांसारिक (२) स्थानिक ऐंबव वि० चंद्रनुं [अर्जुन के वालि ऐंद्र वि० इंद्रनु, इंद्र संबंधी ( २ ) पुं० ऐंद्रजालिक वि० मायावी; जादुई; इंद्रजाल संबंधी (२) पुं० जादुगर ऐद्रि पुं० ( इन्द्रनो पुत्र ) जयंत, अर्जुन के वालि (२) कागडो इंद्रियों ऐंद्रिय, ऐंद्रियक वि० इंद्रियग्राह्य ( २ ) ऐंत्री स्त्री० पूर्व दिशा (२) इंद्राणी
शुक्र धातुमाथी कांति अने प्रभावरूपे विराजती शरीरनी एक धातु ओजस्वत्, भोजस्विन् वि० तेजस्वी ओत (' आ + वे' नुं भू० कृ० ) वि० वणेलुं ओतप्रोत वि० एकबीजानी साथे
परोवायेलुं - वणायेलुं [(२) खीर ओवन पुं०, न० भात; रांधेला चोखा ओम् पुं० वेदनो पहेलो अने पवित्र उच्चार, प्रणव - ॐ (२) अ० संमति,
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