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उत्पीड उत्पीड १० प० दबाववं (२)निचोव
(३) पीलवु (४) क्लेश आपवो उत्पीड वि० - नी साथे दबातुं (२) पुं० दबाव- निचोवq ते (३) धसी आवतो प्रवाह - जथो(४) उपर थाने वहेतो वधारानो प्रवाह (५) फीण उत्प्रबंध वि० सतत; अविरत । उत्प्रास पुं०, उत्प्रासन न० मश्करी;
कटाक्ष; ठठ्छो उत्प्रेक्ष (उद् + प्र + ईक्ष् ) १ आ० ऊंचे जोवू (२) आशा राखवी (३) जोवू (४) कल्पना करवी (५)याद करवू उत्प्रेक्षा स्त्री० धारणा; कल्पना (२) बेदरकारी उत्प्लव पुं० कूदको उत्प्लु १ आ० कूदवु (२)ऊछळवू (३)
उपर तरी आवq-तरवू उत्फाल पुं० कूदको; छलंग उत्फुल्ल वि. खीलेलं; विकसेलं उत्स पुं० फुवारो; झरj उत्सक्त वि० आबाद-समृद्ध थतुं उत्सद् ११० उत्सीदति नाश पामवं उत्सन्न वि० उच्छिन्न ; नष्ट उत्सर्ग पुं० तजवं ते; छोडवू ते (२) रेडवू ते (३) बक्षिस ; भेट (४) छूटुं मूकवु ते (उदा० वृषोत्सर्ग) (५) बलिदान; मानतामां मानेली वस्तु आपवी ते (६) खर्च कर ते (७) मळमूत्रनु विसर्जन (८) समाप्ति (व्रत के अभ्यासनी) (९) सामान्य नियम ('अपवाद'थी ऊलटुं) उत्सपिन् वि० उपर सरकतु (२) ऊंचे ऊडतुं; ऊंचु (३) ओळंगी जतुंपारर्नु (४) आगळ आवतुं- देखातुं । उत्सव पुं० उजाणी; ओच्छव; आनंदनो दिवस (२) खुशी; आनंद (३) उत्कट इच्छा उत्सह, १ आ० शक्तिमान थर्बु (२)
हिंमत करवी; प्रयत्न करवो (३) उमंग दाखववो उत्संग पुं० खोळो (२) संबंध; संसर्ग (३) अंदरनो भाग; मध्य भाग (४) उपरनो भाग (५)नितंब (६)पर्वतनी किनारी उत्साद पुं०, उत्सादन न० विनाश (२)
मालिश ; गदडवू ते (पग वडे) । उत्सारण न० (रस्ता परथी) बाजुए खसेडवू ते; हटाव ते उत्साह पुं० उद्योग; उद्यम (२) उमंग;
होश (३) प्रयत्न; खंत उसिक्त वि० सींचायेलं-छंटायेलं (२) अभिमानी; घमंडी (३) छलकातुं (४) गांडियु; अस्थिर उत्सिच् ६ प० [उत्सिचति] सींच;
छांटवं (२) अभिमान कर उत्सुक वि० आतुर; होशील (२) अधीरु;
बेचेन (३) आसक्त (४) चिंतातुर उत्सूत्र वि० (दोरामांथी)छूटुं पडी गयेलं
(२) नियमथी बहार जतुं उत्स -प्रेरक० काढी मूकवू; दूर करवू; बाजुए खसेडवू उत्सृज् ६ प० बहार काढवू; फेंकवृं (२) तजवू; छोडी देवं (३)वाव; रोपवू (४)आप ; बक्षवं (५) (कोई स्थळे) मोकलवु (६) काढी मूक उत्सप १५० पासे सरकवू - जवं उत्सृष्ट वि० त्यजी दीधेलु (२) आपेलु (३)वापरेलं; उपयोगमा लीधेलं (४) रेडेलु; छोडेलु उत्सेक पुं० सींचq-छांटq ते ; अभिषेक (२) छलका ते (३) अभिमान; घमंड उत्सेध वि० ऊंचु (२) पुं० ऊंचाई (३) जाडापणुं ; फूलेला होवापणुं (४) शरीर (५) महानता; भव्यता करवी उत्स्मि १ आ० हसी काढ; मजाक उद् अ० श्रेष्ठता, उच्चता, वियोग, अभाव, लाभ, प्रसिद्धि, आश्चर्य, चिंता,
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