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संकेत
ग्रन्थ का नाम
प्राप मारा प्राव मावटि भावदो आवपगा प्राबम इंदि
प्राराधनाप्रकरण पाराधनासार आवश्यकसूत्र आवश्यक टिप्पण आवश्यक दीपिका प्रावश्यकसूत्रे पत्रे गाथा पावश्यकसूत्र मलयगिरि टीका इन्द्रियपराजयशतक दि कोस्मोग्राफी देर् इंदेर उत्तराध्ययनसूत्र
उत्तराध्ययन सूत्र
संस्करण आदि
जिसके अंक दिए
गए हैं वह शा. बालाभाई ककलभाई, अहमदाबाद, संवत् १९६२
गाथा मानिकचंद-दिगंबर-जैन-ग्रंथमाला, संवत् १९७३ हस्तलिखित देवचन्द लालभाई विजयदानसूरि ग्रंथमाला (हरिभद्र टीका) हस्तलिखित भीमसिंह माणेक, बंबई, संवत् १९६८
गाथा .डॉ. डबल्यु. किर्केल-कृत, लाइपजिग, १९२० १ राय धनपतिसिंह बहादुर, कलकत्ता, संवत् १९३६ अध्ययन, गाथा
२ स्व-संपादित, कलकत्ता, १६२३ + ३ हस्तलिखित
देवचन्द लालमाई डो. जे. कारपेंटिपर-संपादित, १९२१ हस्तलिखित निर्णयसागर प्रेस, बम्बई, १९१५
पृष्ठ हस्तलिखित
गाथा हस्तलिखित
मूल-गाथा
गाथा जैन विद्या-प्रचारक वर्ग, पालीताणा
पृष्ठ देवचन्द लालभाई पुस्तकोद्धार फंड, बम्बई, १९१४
अंश, तरंग - डॉ. एल्. पी. टेसेटोरि-संपादित, १९१३ +हस्तलिखित
गाथा मनसुखभाई भगुभाई, अहमदाबाद, संवत् १९६७ * एसियाटिक सोसाइटी, बंगाल, कलकत्ता, १८६० त्रिवेन्द्र संस्कृत-सिरीज
पृष्ठ पागमोदय समिति, बम्बई, १९१६
गाथा
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उत्तराध्ययननियुक्ति उत्तररामचरित उपदेशपद उपदेशपद-टीका उपदेशपंचाशिका उपदेशपद उपदेशरत्नाकर उवएसमाला उवदेशकुलक उपदेशरहस्य उवासगदसायो ऊरुभंग प्रोधनियुक्ति प्रोपनियुक्ति-भाष्य प्रौपपातिकसूत्र कल्पसूत्र कर्पूरमब्जरी कर्मग्रंथ पहला ,, दूसरा , तीसरा , चौथा
ऊर
पोष पोष भा भोप कप्प कप्पू कम्म? • कम्म २ कम्म३ कम्म४
* डॉ. इ. ल्युमेन्-संपादित, लाइपजिग, १८८३ * डॉ. एच. जेकोबी-संपादित, लाइपजिग, १८७६ * हाई प्रोरिएन्टल सिरीज, १६०१ •मात्मानन्द-जैन-पुस्तक-प्रचारक मण्डल, मागरा, १९१८
गाथा
१९१९ १९२३
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___+ सुखबोधा नामक प्राकृत-बहुल टीका से विभूषित यह उत्तराध्ययन सूत्र की हस्त-लिखित प्रति प्राचार्य श्रीविजय-मेघसूरिजी के भंडार से श्रद्धेय श्रीयुत् के.प्रे. मोदी द्वारा प्राप्त हुई थी, इस प्रति के पत्र १८६ हैं।
श्रद्धेय श्रीयुत के.. मोदी द्वारा प्राप्त ।
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