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४५६ पाइअसहमहण्णवो
दमणक-दल ३)। ४ पशुमों को दी जाति शिक्षा (पउम दयावण । वि [दे] दीन, गरीब, रंक (दे | दरिहि । वि [दरिदिन , क] ऊपर देखो १०३, ७१)
दयावन्न ५, ३५ भविः पउम ३३, ८६) दरिद्दिय 'अम्हे दरिद्दिणो, कह विवाहमंगलं दमणक) पुन [दमनक] १दौना, सुगन्धित दर सक[] आदर करना। दरइ (षड्)M रन्नो य पूयं करेमो' (महा सण पि २५७)। दमणगपत्रवाली वनस्पति-विशेष (पराह दर पुंन [दर] भय, डर (कुमा)। २ अ. | दरिदिय वि [दरिद्रित] दुःस्थित, जो धनदमणय) २, ५, पएण १ गउड)। छन्द- ईषत, थोड़ा, अल्प (हे २, २१५)।
रहित हुमा हो (महा; पि २५७) 17 व (पिग) । ३ गन्ध-द्रव्य-विशेष (राज) दर पुन [दर] १ गुफा, कन्दरा। २ गतं, । दरिद्दीहूय वि [दरिद्रीभूत] जो निधन हुमा दमदमा प्रक [दमदमाय ] आडम्बर | गडा. गढा या गडहा, दरार, 'ते य दरा हो (ठा ३, १) करना । दमदमाइ, दमदमाइ (हे ३, १३८) मिढया ते य' (धर्मवि १४०)
दरिस सक। दर्शय दिखलाना, बतलाना । दमय वि [दे. द्रमक] दरिद्र, रंक, गरीब
दरिसइ, दरिसेइ (हे ४, ३२; कुमा; महा)। (दे ५, ३४; विसे २८४५) । हे २, २१५; बृह ३)
वकृ. दरिसंत (सुपा २४)। कृ. दरिसणिज्ज, दमयंती स्त्री [दमयन्ती] राजा नल की पत्नी
| दरंदर पु [दे] उल्लास (दे ५, ३७)। दरिसणीय (प्रौपः पि १३५, सुर १०, ९)। का नाम (पडि कुप्र ५४, ५६)। दरमत्ता स्त्री [दे] बलात्कार, जबरदस्ती दरिसण देखो दंसण = दर्शन (हे २, १०५)। दमि वि [दमिन्] जितेन्द्रिय (उत्त २२) । । (दे ५, ३७)।
"पुर न [पुर] नगर-विशेष (इक)। दमिअ वि [दमित] निगृहीत, रोका हुमा
| दरमल सक [मर्दय] १ चूर्ण करना, आवरणी स्त्री [वरणो] विद्या-विशेष (गा ८२३; कुप्र ४८)
विदारना। २ आघात करना। दरमलड (पउम ५६, ४०) दमिल द्रविड] १ एक भारतीय देश । (भवि)। वकृ. दरमलंत (भवि)
दरिसणिज्ज न [दर्शनीय] १ प्राकृतिक रूप । २ पुंस्त्री. उसके निवासी मनुष्य, द्राविड़ (कुप्र दरमलिय वि [मर्दित ] आहत, चूर्णित
२ अवलोकन (तंदु ३६) १७२; इक; औप) । स्त्री. °ली (णाया १, (भवि)।
दरिसणिज । देखो दरिस । २ न. भेंट, उप१; इकभोप)
दरिसणीय हार; 'गहिऊण दरिसरणीयं दमेयव्व देखो दम दमय । दरवलिअ वि [दे] उपभुक्त (कुमा)।
संपत्तो राइणो मूलं' (सुर १०,६) दरवल्ल दे] ग्राम-स्वामी, गाँव का मुखिया दरिसाव देखो दरिस । वकृ.दरिसावंत (उप दम्म [म्म] सोने का सिक्का, सोना- | (दे ५, ३६)4 "णिहेल्लग नै [दे] शून्य पृ१८८)। मोहर (उप पृ ३८७; हे ४, ४२२) । गृह, खाली घर (द ५, ३७) वल्लह पुं दरिसाव पुं[दर्शन ] दर्शन, साक्षात्कार दम्मत देखो दम = दमय । [वल्लभ] १ दयित, प्रिय (दे ५, ३७) । २ |
'एसो य महप्पा कइवयघरेसु दरिसावं दाऊण दय सक [दय ] १ रक्षण करना। २ कृपा कातर, डरपोक (षड् )M "विंदर वि [दे] पडिनियत्तई (महा); 'पईव इव दाउं खणमेगं करना । ३ चाहना । ४ देना । दयइ (प्राचा)। १ दीर्घ, लम्बा । २ विरल (दे ५,५२) | दरिसावं पुणोवि प्रईसणीहोई' (सुपा ११५)। वकृ. दअंत, अमाण। (से १२, ६४० ३, दरस (शौ) देखो दरिस। दरसेदि (प्राकृ दरिसाव पु[दर्शन दिखावा (वय १) १२; अभि १२)
दरिसावण न [दर्शन] १ दर्शन, साक्षात्कार दय न [दे. दक] जल, पानी (दे ५, ३३; दरि न [दरी] कन्दरा, गुफाः 'दरीणि वा' (प्राव १)। २ वि. दर्शक, दिखलानेवाला बृह १)। सीम पुं [ सीमन् लवरण-समुद्र (प्राचा २, १०, २)
(भवि) में स्थित एक प्रावास-पर्वत (सम ६८)। दर देखो दरी। अर पु चर] किनर दरिसि वि [दर्शिन्] देखनेवाला (उवा; पि दय न [दे] शोक, अफसोस, दिलगीरी (दे ५, (से ६, ४४) ।।
१३५; स ७२७) ३३)
दरिअ वि [प्त गविष्ठ, अभिमानी (हे १, दरिसिअ वि [दर्शित ] दिखलाया हमा दय देखो दव = दव (से १, ५१, १२, ६५) १४४ पास)।
| (कुमाः उव) 'दय वि [°दय] देनेवाला (कप्पा पडि) ।
दरिअ वि [दीर्ण] १ डरा हुआ, भीत (कुमाः दरी स्त्री [दरी] गुफा, कन्दरा (णाया १,१
सुपा ६४५)। २ फाड़ा हुआ, विदारित से ६, ४४; उप पू २६८; स ४१३) दया स्त्री [दया] करुणा, अनुकम्पा, कृपा (अंत ७)
दरुम्मिल्ल वि [दे] घन, निबिड (दे ५, ३७) । (दस ६,१) वर वि [पर] दयालु
दरिअ (अप) पुं [दरिद्र छन्द-विशेष (पिंग) दल सक [दा] देना, दान करना, अपरण (पउम २६, ४०, उप पृ १६१)
दरिआ स्त्री [दरिका] कन्दरा, गुफा (नाट- करना । दलइ (कप्पः कस); 'जं तस्स मोल्लं दयाइअ वि [दे] रक्षित (दे ५, ३५)। विक्र८४)
तमहं दलामि' (उप २११ टी)। वकृ. दलदयालु वि [दयालु] दयावाला, करुण (हे १, दरिद्द वि [दरिद्र] १ निधन, निःस्व, धन- माण, दलेमाण (कप्पा णाया १, १६:१७७; १८० पउम १६, ३१; सुपा ३४० | रहित । २ दीन, गरीब (पान; प्रासू २३; पत्र २०४ठा ४, २-पत्र २१६) संकृ. श्रा १६) कप्पू)
दलित्ता (कप्प)
६६)
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