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पाइअ-सद्द-महण्णवो
(प्राकृत-शब्द-महार्णवः)
अर्थात् विविध प्राकृत भाषाओं के शब्दों का संस्कृत प्रतिशब्दों से युक्त, हिन्दी अर्थों से अलंकृत,
प्राचीन ग्रन्थों के अनल्प अवतरणों और परिपूर्ण प्रमाणों से विभूषित बृहत्कोश
कर्ता पंडित हरगोविन्ददास त्रिकमचंद सेठ
मोतीलाल बनारसीदास दिल्ली वाराणसी पटना मद्रास
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