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नानार्थोदयसागर कोष : हिन्दी टीका सहित–प्रसाद शब्द | २३३ ४. प्रलम्बन (लटकना)। प्रवण शब्द के छह अर्थ माने जाते हैं - १. प्रगुण (अधिक) २. प्रत (अधीन - प्रसन्न वगैरह) ३. क्षीण (कमजोर) ४. स्निग्ध (मित्र) ५. प्लुत (कूदकर चलने वाला) और ६. क्षण (पल मिनट)। मूल : प्रसादोऽनुग्रहे स्वास्थ्ये प्रसन्नत्वे गुणान्तरे।
प्रस्तावः स्यात् प्रकरणे प्रसंगेऽवसरे पुमान् ॥१३२१॥ प्राप्तिः स्त्रीप्रापणे भूतौ लाभेऽभ्युदय-संघयोः ।
प्रामाणिकस्तु शास्त्रज्ञ मर्यादाहे च हैतुके ।।१३२२॥ हिन्दी टीका-प्रसाद शब्द के चार अर्थ माने जाते हैं—१. अनुग्रह (कृपा-अनुकम्पा) २ स्वास्थ्य (स्वस्थता) ३. प्रसन्नता, ४. गुणान्तर (गुण विशेष प्रसाद गुण)। पुल्लिग प्रस्ताव शब्द के तीन अर्थ होते हैं-१. प्रकरण, २. प्रसंग और ३. अवसर । प्राप्ति शब्द स्त्रीलिंग है और उसके पाँच अर्थ माने गये हैं१. प्रापण (पहुंचाना) २ भूति (ऐश्वर्य वगैरह) ३. लाभ (मुनाफा) ४. अभ्युदय (उन्नति) तथा ५. संघ (समूह) । प्रामाणिक शब्द के तीन अर्थ होते हैं-१. शास्त्रज्ञ, २. मय दाह (मर्यादा के योग्य-लायक) और ३ हैतुक (हेतुयुक्त) । इस प्रकार प्रामाणिक शब्द के तीन अर्थ समझने चाहिए। मूल :
प्रायोऽनशनमृत्यौ स्यान्मृत्यौ बाहुल्य-तुल्ययोः । प्राथितो याचिते शत्रु संरुद्धेऽभिहिते हते ॥१३२३॥ प्रियो मृगान्तरे पत्यौ हृद्ये च जीवकोषधे ।
प्रियंवदस्तु गन्धर्वे खेचरे प्रियभाषिणि ॥१३२४॥ हिन्दी टोका-प्राय शब्द के चार अर्थ होते हैं-१ अनशनमृत्यु (नहीं भोजन करने के कारण मरण) २ मृत्यु (मरण) ३. बाहुल्य (आधिक्य) तथा ४. तुल्य (सरखा)। प्रार्थित शब्द के चार अर्थ माने गये हैं-१ याचित (मांगा हुआ) २. शत्रुसंरुद्ध (शत्रु से रोका हुआ) ३. अभिहित (कथित) और ४. हत (मारा गया)। प्रिय शब्द के चार अर्थ माने गये हैं-१. मृगान्तर (मृग विशेष) २. पति, ३. हृद्य (मनोरम सुन्दर) और ४. जीवकोषध (संजीवनी बूटी)। प्रियंवद शब्द के तीन अर्थ माने जाते हैं -१. गन्धर्व, २. खेचर (आकाश में विचरने वाला) और ३. प्रियभाषी (प्रियवक्ता) इस तरह प्रियंवद शब्द के तीन अर्थ समझना। मूल : प्रिया नार्यां मल्लिकायां वार्तायां मदिरैलयोः ।
प्रेङ्खा स्त्रियां स्याद् दोलायां नृत्ये संवेशनान्तरे ॥१३२५॥ प्रेतोमृते नारकीयप्राणि - भूतप्रभेदयोः ।
प्रेक्षा नृत्येक्षणे बुद्धौ शाखायामीक्षणेऽपि च ॥१३२६॥ हिन्दी टीका-प्रिया शब्द के पाँच अर्थ होते हैं- १. नारी (स्त्री) २. मल्लिका (जूही फूल विशेष) ३. वार्ता (समाचार वगैरह) ४. मदिरा (शराब) और ५. एला (बड़ी इलाइची)। प्रेखा शब्द स्त्रीलिंग है और उसके तीन अर्थ माने जाते हैं-१. दोला, (डोली झूला) २. नृत्य (नाच) और ३. संवेशनान्तर (संवेशनविशेष, शयन) । प्रेत शब्द के तीन अर्थ होते हैं-१. मृत, २. नारकीय प्राणी और ३. भूतप्रभेद (भूत
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