________________
४९० : जैन पुराणकोश
परिशिष्ट
मप०
७६.४८०
१८.
निर्मल चित्रगुप्त समाधिगुप्त स्वयंभू अनिवर्तक
हपु० ६०.५६१
१९.
निर्मल चित्रगुप्त समाधिगुप्त स्वयंभू अनिवर्ती विजय विमल देवपाल अनन्तवीर्य
२०.
२०.
जय
२१. . २२.
२२.
विमल दिव्यपाद अनन्तवीर्य
२४.
मपु०७६.४८१
२४.
हपु० ६०.५६२
अनागत-तीर्थकर-होनेवाले जीव
मपु० ७६.४७१
मपु० ७६.४७३
मपु०
७६.४७२
७६.४७४
१. श्रेणिक २. सुपार्श्व ३. उदंक ४. प्रोष्ठिल ५. कटप ६. क्षत्रिय ७. श्रेष्ठी ८. शंख ९. नन्दन १०. सुनन्द ११. शशांक १२. सेवक
१३. प्रेमक १४. अतोरण १५. रैवत १६. वासुदेव १७. बलदेव १८. भगलि १९. वागलि २०. द्वैपायन २१. कनकपाद २२. नारद २३. चारुपाद २४. सात्यकिपुत्र
मपु० ७६.४७३
अनागत चक्रवर्ती
महापुराण के अनुसार
मपु० ७६.४८२
हपु०६०.५६३
मपु०७६.४८३
१. भरत २. दीर्घदन्त ३. मुक्तदन्त ४. गूढ़ दन्त ५. श्रोषण ६. श्रीभूति ७. श्रीकान्त ८. पद्म ९. महापद्म १०. विचित्रवाहन ११. विमलवाहन १२. अरिष्टसेन
हरिवंशपुराण के अनुसार १. भरत २. दीर्घदन्त ३. जन्मदत्त ४. गूढदन्त ५. श्रीषेण ६. श्रीभूति ७. श्रीकान्त ८. पद्म ९. महापद्म १०. चित्रवाहन ११. विमलवाहन १२. अरिष्टसेन
हपु० ६०.५६४
मपु०७६.४८४
हपु० ६०.५६५
Jain Education Intemational
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org