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ज्ञानदिवाकर, मर्यादा शिष्योत्तम, प्रशांतमूर्ति आचार्यश्री भरतसागर जी महाराज की स्वर्णजयंती वर्ष के उपलक्ष में :
श्री रामचन्द्र-मुमुक्षु-विरचित पुण्यास्त्रवकथाकोश
सम्पादक प्रो० आ० ने० उपाध्ये, प्रो० हीरालाल जैन
पण्डित बालचन्द्र शास्त्री
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भारतवर्षीय अनेकान्त विद्वत् परिषद्
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