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नंदमाणग [नदमाणक] प्रश्नव्या. 1/9 Song Birds - गायक चिड़िया, नंदमाण । आकार - गौरेया के समान ।
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लक्षण - शरीर का रंग कुछ भूरा तथा सफेद धब्बों से युक्त । चोंच छोटी एवं पूंछ लम्बी होती है। विवरण- भारत में पाया जाने वाला यह पक्षी अपनी गायन कला के द्वारा पहचाना जाता । मधुर बोली के कारण लोग इसे बड़े शौक से पालते हैं [विशेष विवरण के लिए द्रष्टव्य-सचित्र विश्व कोश, K.N. Dave पृ. 124]
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नंदावत्त [नन्दावर्त्त] प्रज्ञा. 1/51, उत्त. 35/147 A Kind of Spider- मकड़ी की एक जाति । देखें - कोली
नाग [नाग] प्रज्ञा. 2/30 जम्बू. 3/185
Cobra - नाग
आकार - सामान्य सर्पों की तुलना में लम्बे एवं बड़े आकार वाले ।
लक्षण - सिर चिपटा, मुडा हुआ, थूथनी के समान होता है, जिसके पीछे गर्दन की खाल फैलकर फन का रूप धारण कर लेती है। यह फैलाव पसलियों के फैलते ही खाल के तन जाने से होता है। इनका रंग जैतूनी या गहरे भूरे से लेकर बिल्कुल काला तक होता है, जिसमें जहां-तहां पीलापन और कालिमा लिए हुए पट्टियां होती हैं। शरीर की लम्बाई 11 फुट से 18 फुट तक होती है ।
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जैन आगम प्राणी कोश
विवरण - भारत वर्ष के अतिरिक्त यह बर्मा, इन्डोचीन, दक्षिणी चीन, अंडमान द्वीप समूह आदि में पाया जाता है। इनकी अनेक जातियां हैं जैसे- शेष नाग, महानाग, नागराज, शंखचूड आदि । नागराज विश्व का सबसे अधिक विषमय तथा घातक सर्प है। यह बहुत ही फुर्तीला एवं शीघ्रगामी होता है। यह दौड़ में घोड़े को भी पछाड़ देता है। अफ्रीका में अनेक प्रकार के नाग पाए जाते हैं। उनमें वृक्ष कोबरा अथवा माम्बा अत्यंत भयानक एवं विषैला सर्प है, जो 13 फीट तक लम्बा होता है। प्रसव काल तथा वर्षा के पश्चात इसका क्रोध और भी तीव्र हो जाता है। जरा-सी भी छेड़छाड़ करने पर यह सीधा शत्रु पर टूट पड़ता है। इसके विष का प्रभाव शरीर में बहुत तीव्रता से होता है। क्योंकि इसका विष सीधा तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव डालता है। इसके काटने पर पहले दर्द होता है। फिर कुछ समय बाद विष तंत्रिका तंत्र और मस्तिष्क तक पहुंच जाता है । अतः इसके द्वारा डसा गया प्राणी मृत्यु को ही प्राप्त होता है
नाग [नाग] उत्त. 13/30 दसा. 10/18 Elephant-हाथी ।
देखें - कुंजर (हाथी)
निस्सासविस [निःश्वासविष] प्रज्ञा. 1/70
A Kind of Cobra— निःश्वास विष (श्वास में विष छोड़ने वाले)
आकार - प्रायः 8-10 फीट लम्बा ।
लक्षण - शरीर का रंग काला किंतु सफेद चकत्तों से युक्त । क्रोधित होने पर निःश्वास के साथ विष छोड़ता. है
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विवरण- इनकी अनेक प्रजातियां पाई जाती हैं, जैसे- प -पफ ऐंडर, बुलस्नेक आदि । अफ्रीका का पफ ऐंडर नामक सर्प फेफड़ों में खूब हवा भरकर नथुनों से ऐसी तीव्रता से निकालता है कि सनसनाती हुई उसकी फुफकार बड़ी दूर तक सुनाई देती है। उत्तरी अमेरिका का 'बुलस्नेक' अर्थात सांड़ सर्प ऐसी तेजी से आवाज निकालता है कि वह 30 या 35 गज दूरी तक सुनी
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