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जैन आगम प्राणी कोश
करता है। कभी-कभी तो बिल्कुल पानी के अन्दर डूब जाता है। किन्तु शीघ्र ही चोंच में शिकार को पकड़े हुए बाहर आ जाता है। [विशेष विवरण के लिए द्रष्टव्य-भारतीय पक्षी, The Bird in sanskrit Literature)
निम्न ग्रीवा के पंख लम्बे एवं भालाकार, जो वक्ष तक फैले रहते हैं। आंखों के पीछे सफेद कर्ण-शिखाएं होती हैं। विवरण-मैसूर से शीतकाल में दक्षिण वाले क्षेत्रों में आने वाले ये प्राणी काफी ऊंचाई तक उड़कर गोल चक्कर बनाते हुए मंडराते रहते हैं। सुरीली तथा उच्च तारत्व वाली तूर्यनाद जैसी ध्वनि काफी दूर तक सुनाई देती है। जमीन से उड़ते समय इनके झुण्ड काफी शोर गुल मचाते हैं। इनकी कुजन में कुरर्-कुरर् जैसी ध्वनि ऊंचे-नीचे कई तरह के स्वरों में सुनाई देती है। कुररी [कुररी] उत्त. 20/50 River Tem-सरित गंगाचील, टिहरी, कुररी
कुररी [कुररी] उत्त. 20/50 Indian Wiskered Turn-टेहरी, कुररी, भारतीय गुम्फ कुररी आकार-कबूतर के तुल्य। लक्षण-शरीर का रंग धूसर-सफेद । वहुत छोटी और थोड़ी सी फटी हुई दुम। दुम के दोनों भाग वर्गाकार प्रतीत होते हैं। चोंच का रंग लाल होता है। विवरण-भारत, बंगलादेश, बर्मा आदि देशों में पाए जाने वाला यह पक्षी पानी में बहुत कम जाता है, यद्यपि इसके पैर जाल युक्त होते हैं। शिकार करने के अलावा
अधिकांश समय चट्टानों या मिट्टी के टीलों पर बैठ कर बिताता है। शेष विवरण के लिए द्रष्टव्य-कुररी [River Turn]
कुरल [कुरल] प्रज्ञा. 1/79 Osprey-मछलीमार, मछरंग, मत्स्य कुररी, कुरल।
आकार-कबूतर से कुछ बड़ा। लक्षण-शरीर का रंग भूरा-सफेद । दुम लम्बी तथा बीच से फटी हुई। गहरी-पीली चोंच तथा छोटी लाल टांगें। विवरण-भारत, लंका, बर्मा आदि देशों में पाए जाने वाला यह पक्षी नदियों, झीलों और तालाबों के ऊपर पंखों को फडफडा कर पानी में मछलियों की तलाश
आकार-चील से काफी मिलता-जुलता। लक्षण-गहरा भूरा बाज (श्येन), जिसका सिर भूरा
और निचला भाग सफेद होता है। ऊपरी वक्ष में एक चौडी भरी पड़ी या कंठी होती है।
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