________________
जैन आगम प्राणी कोश
लक्षण-शरीर का रंग भूरा-लाल तथा कई छल्ले में काठियावाड़ के घोड़े प्रसिद्ध हैं। इनका उपयोग युक्त।
प्राचीन काल से अब तक घुड़सवारी, दौड़, माल ढोने, विवरण-वर्षा ऋतु में सांप जैसे लम्बे लाल रंग के सवारी आदि के लिए किया जाता है। इनके होठों में जीव उत्पन्न होते हैं, जिनको अलसियां कहा जाता है। गजब का स्पर्श ज्ञान होता है। यह अपने मालिक का [विशेष विवरण के लिए द्रष्टव्य- Jainasutra, जीव अत्यधिक वफादार होता है। विचार प्रकरण]
विवरण के लिए द्रष्टव्य-Nature, सचित्र-विश्वकोश]
अवधिका [अवधिका, उपदेहिका] प्रश्नव्या. 1/33
अस्सतर [अश्वतर] प्रज्ञा. 1/63 Mule-खच्चर। आकार-खर (गधा) से कुछ बड़ा। लक्षण-शरीर का रंग कत्थई और कालापन लिए हुए। घोड़े और गधे के बीच का प्राणी। विवरण-इसकी अनेक जातियां पाई जाती हैं। यह घोड़े और गधे का मिश्ररूप है। इसकी पूंछ घोड़े जैसी एवं मुख गधे जैसा प्रतीत होता है। यह भार ढोने में बेजोड़ होता है।
Termite-दीमक। देखें-उद्देसग (दीमक)
अहिणूका [अहिणूका] अंवि, पृ. 69 Female Snake-fifunt देखें-अही।
अस्स [अश्व] आ. चू. 15/28 सू. 1/3/33 ज्ञाता. 1/1/128, प्रज्ञा. 1/63 Horse-घोड़ा
अहिलोढ़ी [अहिलोढ़ी] दसा. चू.पू. 68 Female Chamileon-मादा गिरगिट। आकार-घरेलू छिपकली से बड़ा। लक्षण-पार्श्व में चपटे डील-डौल वाला यह दिनचर प्राणी हरे रंग का होता है किन्तु स्थान आदि के अनुसार अनेक रंगों में बदल सकता है। सिर पर टोप जैसी रचना इसे विचित्र सूरत वाला प्राणी बना देती है। इसके शरीर
आकार-5 फीट से 7 फीट तक की ऊंचाई वाले प्राणी। लक्षण-शरीर का रंग- कुम्मैद, सुरंग, सफेद, मुश्की आदि अनेक प्रकार का। पूंछ लम्बी एवं गर्दन अपेक्षाकृत छोटी। विवरण-विश्व में इनकी अनेक प्रजातियां पाई जाती हैं। अरबी नस्ल के घोड़े विश्व में विख्यात हैं। भारत
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org