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परिशिष्ट १
४६७
चिडउल्ल-चटक, चिड़िया चुक्ख-शुद्ध, पवित्र चित्तअ-व्याघ्र
चुच्चुलिअ-चुलूक, चुल्लू चित्तविअअ—परितोषित
चुट्टी-चोटी चिद्दाविअ-विनाशित
चुडिय-कुथित, खराब चिप्पंडी-१ व्रत-विशेष ।
चुण्णुग्घ-अग्नि २ उत्सव-विशेष
चुरिम-खाद्य-विशेष, चूरमा चिब्बिर-चिपटी नाक वाला चुरुलि–ज्वाला चिरअ-१ सारणी। २ कृत्रिम
चुल्लग-१ संदूक । २ छोटा ___ छोटी नदी
चुल्लबप्प-चाचा चिरडी-वर्णमाला
चुल्हेत्तय--चूल्हे की ईंट चिरण्हं-मध्याह्न
चडल्ल-चूडाबन्ध चिरिचिरिआ-चिरि-चिरि की चरी-मिठाई-विशेष आवाज वाली जलधारा
चली-कुक्कुटी, मुर्गी चिरिडी---वर्णमाला
चेंचइय-अलंकृत चिलसावणय-ग्लानि-उत्पादक
चेलय.तुला-पात्र चिलि चिडिआ-चिलि-चिलि की
चोंभल-१ बीभत्स । २ समूह
(मराठी-चुंबल, चुंभल) आवाज वाली जलधारा
चोक्खलि-शुद्धिकारक चिलिचिलिआ-धारा, वृष्टि
चोज-आश्चर्य चिलिव्विल–१ गीला। २ बीभत्स | चोज्ज-चिता चिलिसावण-घृणा करने वाला
चोज्जुक्कोयण-आश्चर्यजनक - जुगुप्साकर इत्यर्थे देशी
चोड-१ कंचुक । २ एक देश का चिल्लड-श्वापद-पशु-विशेष चिल्हय-चक्र-मार्ग, पहिए की चोडय--पोशाक लकीर
चोडु-वृन्त, फल और पत्ती का चीहाडी----चीत्कार
बंधन चुचुमालिअ-आलसी, मंद
चोण्ण--१ कलह । २ काष्ठानयन
___ आदि जघन्य कर्म चुचुलिआर-चुल्लू, चुलुक
चोप्पडिय-१ चुपड़ा हुआ। चुंछिअ--सूखा हुआ
२ घी, तैल आदि स्निग्ध पदार्थ चुदिणी --कुमारी
चोल----गन्धद्रव्य-विशेष चुधल--अक्षिरोग-युक्त
चोलअ--कवच चुपालय - गवाक्ष, वातायन चोवाण-गेंद को मारने की टेढ़ी चुक्किय--भ्रष्ट
लकड़ी
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