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विष्फालण-विरल्लिय
परिशिष्ट १ : २५३
विप्फालण विबुध विब्भम विभंग विभजन विभयंति विभयामि
(संजत)
(अहिंसा) (मागासथिकाय)
(उत्तारिय) (पृ १३५) (उद्दिट्ठ)
(दीविय) (मागासस्थिकाय) (आलोयणा)
(रयणी) (वित्थन्न) (घट्टण).
विभाग
विभाग विभाग विभाग विभाग विभाविज्जति विभावेमि विभासा.
विभासा
(घट्टण) विमुत्त
(देव) विमुत्ति (अबंभ) विमुह (अबंभ) विमोक्खित (पृ १३५) वियंजित
(हरंति) वियंजिय (आइक्खामि) वियग्ध (अवसर) वियट्ट
(वड) वियडणा (विभजन) वियरत्ति (अवसर)
वियाणक (देश) वियारण (णिव्यंजीयंति) वियालण (आइक्खामि) विरचना (अणुओग) विरत
(भासा) विरत (अहिंसा) विरत
(चूला) विरत (आभिणिबोहिय) विरत (तक्क)
विरति (उपयोग)
विरति (ईहा)
विरति (वितिगिच्छा) विरति
(व्हाय) विरति (संख) विरमण (सेत) विरमण
(सुद्ध) विरय (पृ १३५) विरय (अहिंसा) विरय (महापउम) विरय (परिभीत) विरल्लिय
(निधान) (मुक्क) (संयत) (विद्वस्) (भिक्खु) (पृ १३५)
विभूति
विभूसण विमंसा विमर्श विमर्श विमर्ष विमर्ष विमल विमल विमल विमल विमल विमल-पभासा विमलवाहण विमाणित
(विरमण)
(संति) । (संजम) (अहिंसा) (पृ १३६) (विरति) (तिण्ण) (संजय) (अरय) (समण) (पृ १३६)
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