________________
'पुच्छा-पेम
परिशिष्ट १
:
२२६
'पुच्छा पुच्छा पुच्छियट्ट पुज्ज पुट्ठ पुट्ठि पुणो पुणो
(आतिण्ण)
(अर्हद्) (पृ १०४)
(वावण्ण) (अभिवायण)
(वंदण) (परिवंदण) (पृ १०४)
(पुज्ज) (पृ १०४) (पृ १०५) (अहिंसा)
पुण्ण
"पुण्य
पुत्त
पुत्तक पुत्थव्व पुप्फ 'पुरंदर पुरंदर
(थुइ)
पूरेइ
पुराण पुराण
(पृ १०४) पूजित
(घट्टण) पूजोचित
(लट्ठ) पूज्यभक्त (पृ १०४) पूति (पृ १०४) पूयण
(अहिंसा) पूयण (उखड्डमड्ड) पूयण ।
(धण्ण) पूयणट्टि (पृ १०४) (दुमपुष्फिया) पूया (वच्छक) पूया
(थूल) पूया (पृ१०४) पूया
(इंद) पूयित (सक्क) (पृ १०४) पूर्ण (अतिवत्त) पूर्व (काहापण) पूसित (उठाण) पृथग् (पोरेवच्च)
पृथग्भाव (विठ्ठिवाय) पृथु
(असुइ) पेंडित (अच्चिय) पेक्खण (दोसीण) पेक्खति (चहिय) पेक्खते
(थुत) पेच्छति (प्रणमन) पेच्छते (वंदणग) पेज्ज (वंदित) (महित) पेढिका (अहं) पेम
पुराण पुरिसक्कार पुरोवर्तित्व पुव्वगत . पूइय
(णमोक्कत) (फासेइ)
(स्पृष्ट) (पृ १०५)
(भग्ग) (अण्ण) (विवेक) (पृ १०५)
(रहस्स) (आभोग)
(पेक्खते) (पृ १०५)
पूइय
(पेहति)
पूइय पूइय पूइय. पूजा पूजाकम्म पूजित पूजित 'पूजित
पेज्ज
(पेक्खते)
(इ ) (प्रीति) (सेज्जा ) (पृ १०५)
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org