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धम्मिट्ट
ध्रुव
धूत
ध
११४ : परिशिष्ट १
धम्मसमुदायार-नमस्यति धम्मसमुदायार (धम्मिय) धुत
(८५) धम्माणुय .(धम्मिय) धुत
(विचल) धम्मावाय
(विट्ठियाय) (धम्मिय)
(पृ८५) धम्मिय (पृ ८४) धुव
(अचल) धरण (पृ ८४)
(थिर) धरणिखील (मंदर) धुवक
(पृ ८६). धरणिसिंग (मंदर) धुवकायव्व
(आवस्सग) धर्म (पृ.८४) धुवनिग्गह
(आवस्सय) धर्म (पर्यव)
(पृ ८६) (पर्याय) धूमिका
(पृ ८६) (शोधि) धूम्रवर्ण
(धूमिक) धर्म (पृ ८५) धूर्त
(पृ ८६) धर्मदेशनाभिज्ञ (विद्वस्) धूलि
(कयार) धवलय (पंडुर) धूसर
(धूमिक) धाडेति (चाएति) ध्रुव
(पृ८६) धाय (पृ ८५) ध्वज
(केतु) धारणववहार (पृ८५) नंदा
(अहिंसा) धारणा (धरण) नंदिराग
(लोभ) धारणिज्ज (थिर) नंदी
(मोहणिज्जकम्म) धारयंति (पृ८५) नखशोधक
(नापित) धावति (अणुसंचरइ) नट्ठतेय
(हयतेय) धिक्कारिज्जमाणी (होलिज्जमाणी) नत्तिका
(दासी) धिज्जा (दारिया) नन्दन
(पृ८६) धिति (अहिंसा) नन्दि
(पृ८६) (१८५)
(आगासत्थिकाय) धीर
(पृ ८५) नमंसण
(वंदण) (अमूढ) नमंसण
नमंसित
(पृ ८५) धुणण
(महित) धुण्ण
नमस्कार
(प्रणमन) धुण्ण (पृ८५) नमस्यति
(वन्दते)
धी
नभ
धीर
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