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२१० : परिशिष्ट १
चिरसंघयण-दलिक
(छेय) (पृ.७८)
थुइ
दक्ख दक्ख दक्खाणक दक्खिण्णव दक्ष दगतीर दगपरिगाल दगन्भास दगवाह दगवीणिय
(दक्ख) (कुशल)
(पृ ७८) (वगवीणिय)
(दगतीर) (वगवीणिय)
( ७८) (बगतीर) (साहसिक) (थिरसंघयण)
(पृ७८)
(महव्वय)
दगासण्ण
दच्छ
(परममि)
दढसंघयण
दण्ड दति
(णावा)
थिरसंघयण
(७६) थिल्ली
( ७६) थुइ
(अणुसट्ठि)
(पृ ७७) थुक्कारिज्जमाणी (होलिज्जमाणी) थुणण
(संथुणण) थुणण
(थुइ)
(७७) थूल
(पृ ७७) थेज्ज
(पृ ७७) थेर थेरकप्प
(पृ ७७) थेरकाल थेरट्ठाण
(थेरभूमि) -थेरभूमि
(पृ ७७) थेरमज्जाता थेरसमायारि
(थेरकप्प) थोक
(खुड्डुलक) थोव
(अणुमात्र) थोव
(रहस्स) दउदर
(पृ७८) (पृ ७७)
(घात) (पृ ७७) (समण)
(खंत)
(भिक्खु) (मोहणिज्जकम्म)
(आविय) दंसिय
(उब्भिण्ण) दकादर
(दउदर)
(थेरकप्प) ददुर
दप्प
दप्प
दप्प दप्पणिज्ज
दम्भ
दया
दया दया दयामो दरिसण दरिसणिज्ज दर्दरिका दर्प
(राहु) (मोहणिज्जकम्म)
(माण)
(अबंभ) (दीवणिज्ज)
(माया). (पृ.७८) (अणुकंपण)
(अहिंसा) (लज्जामो)
(दिट्टि) (पासादिय) (गोधिका)
(माण) (७८) (भव्य)
दंसिय
दर्शन
दल
दलिक
(वस्तु)
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