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कथा - संकेत
विषय
६ अचेल
७ अरति
स्त्री
९ चर्या
१० निषद्या
११ शय्या
१२ आक्रोश
१३ वध
१४ याचना
१५ अलाभ
१६ रोग
१७] तृणस्पर्श
१८ जल्ल
१९ सरकार पुरस्कार
२० प्रज्ञा
२१ अज्ञान
२२ दर्शन
प्रतिक्रमण के पर्यायवाची
१ प्रतिक्रमण
२ प्रतिचरण
३ परिहरण
४ वारण
५ निवृत्ति ६ निंदा
७ गाँ गोधि
द्रव्य प्रतिक्रमण
भाव प्रतिक्रमण
कषाय प्रतिक्रमण
प्रतिलेखना
कथा - संकेत
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आरक्षित और सोमदेव
मूक भ्राता की प्रव्रज्या
आचार्य संभूतविजय और स्थूलभद्र
आचार्य संगम और शिष्य दत्त
कुरुदत्तमुत अनगार
सोमदत्त और सोमदेव मुनि अर्जुनमालाकार
स्कन्दक आदि ५०० साधु यंत्र- पीलित
बलदेव
१ श्री कृष्ण और क्रोध पिशाच
२ उंडण मुनि
कालवंशिक मुनि
भद्र मुनि
सुनन्द श्रावक
इन्द्रदत्त पुरोहित
आचार्य कालक
७३३
१ अशकटपिता और 'असंखयं' अध्ययन
२ आचार्य स्थूलभद्र आचार्य आषाढभूति
राजा और दो राहगीर
afra पत्नी और प्रासाद की उपेक्षा कुलपुत्र और दुग्धघट की कापोती
राजा और विषमिश्रित तालाब
कौलिक सुता
राजा और चित्रकार कन्या
पतिमारक स्त्री
राजा श्रेणिक और रजक
पुनः पुनः प्रतिक्रमण तीन वैद्यों का दृष्टांत क्यों ?
कुम्भकार
मृगावती
गंधर्व नागदत्त तथा पूर्वभविक मित्र
राजा और आरक्षक
संदर्भ
आवनि १२४२. २५३-६१. हा ४१-४८
परिशिष्ट १
आवनि १०४८.
हा ३२३, ३२४. म ५८४
आवनि १२५२-१२७०. २६५-६७.
१ पृ ६१४,६१५.
हा ५०-५३
आव २ पृ ६७. हा ५३
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ओनि २६०, २६१. वृ १०५, १०६
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