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(७६१) पवेसणय अभिधानराजेन्फः।
पवेसणय एगे अहे सत्तमाए होजा।६३। अहवा-एगे रयणप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे धूमाए एगे अहे सत्तमाए होज्जा । २ । सकरप्पभाए दो वालुयप्पभाए होजा, अहवा-एगे रथण- अहवा-एगे रयणप्पभाए एगे पंकाए एगे तमाए एगे प्पभाए एगे सक्करप्पभाए दो पंकप्पभाए होजा। एवं० जाव अहे सत्तमाए होज्जा । १ । १६ । अहवा-एगे अहवा-एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए दो अहे सत्त- रयणप्पभाए एगे धुमाए एगे तमाए एगे अहे सत्तमाए माए होजा । ५ । अहवा एगे रयणप्पभाए दो सक्कर- होज्जा । एवं । २० । अहवा एगे सक्करप्पभाए एगे वालुप्पभाए एगे वालयप्पभाए होज्जा। एवंजाव अहवा-एगे यप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे धूमप्पभाए होज्जा । १। रयणप्पभाए दो सक्करप्पभाए एगे अहे सत्तमाए होज्जा ।।। एवं जहा रयणप्पभाए उवरिमाओ पुढवीश्रो संचारियाओ अहवा-दो रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे वालुय. तहा सक्करप्पभाए वि उवरिमाओ उच्चारेयवाओ जाव प्पभाए होज्जा ।१ । एवंजाव अहवा-दो रयणप्पभाए अहवा-एगे सक्करप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे तमाए एगे एगेसकरप्पभाए एगे अहे सत्तमाए होज्जा।।१५। अहवा- अहे सत्तमाए होजा ।१०। अहवा-एगे वालुयप्पभाए एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए दो पंकप्पभाए होजा। एगे पंकप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे तमाए होजा । अ
जाव अहवा-एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए दो अहे हवा-एगे वालुयप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे धूमप्पभाए सत्तमाए होज्जा।४। एवं एएणं गमएणं जहा तिराहं तियसं
एगे अहे सत्तमाए होजा । २। अहवा-एगे वालुयप्पभाए. जोगो तहा भाणियव्योन्जाव अहवा-दो धूमप्पभाए एगे
एगे पंकप्पभाए एगे तमाए एगे अहे सत्तमाए होजा । तमाए एगे अहे सत्तमाए होज्जा । १०५ । अहवा
अहवा-एगे वालुयप्पभाए एगे धूमाए एगे तमाए एगे एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए
अहे सत्तमाए होज्जा । अहवा-एगे पंकप्पभाए एगे एगे पंकप्पभाए होजा । अहवा-एगे रयणप्पभाए धूमप्पभाए एगे तमाए एगे अहे सत्तमाए होजा । एगे सकरप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे धूमप्पभाए
३५ । २१०। होजा । एवं०जाव अहवा-एगे रयणप्पभाए एगे सक
"चत्तारि भंते ! नेरइया" इत्यादौ दशोत्सरे द्वे शते विकरप्पभाए एगे वालुयप्पभाए एगे अहे सत्तमाए होजा
स्पानाम्। तथाहि-पृथिवीनामेकत्वे सप्त विकल्पाः, द्विकसंयोगे । ४ । अहवा-एगे रयाप्पभाए एगे सकरप्पभाए एमे तु तासामेकत्रय इत्यनेन नारकोत्पादविकल्पेन रनमभया पंकप्पभाए एगे धूमप्पभाए होला । अहवा-एगे रयणप्प- सह शेषाभिः क्रमेण चारिताभिर्लन्धाः षद्द्वौ बावित्यनेनाभाए एगे सकरप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे तमाए होजा।
पि षट् अब एक इत्यनेनापि षडेव । तदेवमेतेऽष्टादश । शर्कः अहवा-एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे पंकप्पभाए
राप्रभया तु तथैव त्रिषु पूर्वोकनारकोत्पादविकल्पेषु पञ्च
पश्चेति पञ्चदश । एवं बालुकाप्रभया चत्वारश्चत्वार इति द्वाएगे अहे सत्तमाए होज्जा।३। अहवा-एगे रयणप्पभाए एगे दश. पङ्कमभया त्रयस्त्रय इति नव, धूमप्रभया बो द्वाविति सक्करप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे तमाए होला । अहवा- षट्. तमःप्रभयैकैव इति त्रयः, तदेवमेते द्विकयोगे त्रिषष्टिएगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे धूमपभाए एगे
स्तथा पृथिवीनां त्रिकयोंगे एक एका द्वौ चेत्येवं नारकोअहे सत्तमाए होजा । २। अहवा-एगे रयणप्पभाए एगे
त्पादविकल्पे रत्नप्रभाशर्कराप्रभाभ्यां सहान्याभिः क्रमेण
चारिताभिर्लब्धाः पञ्च, एको द्वावेकश्चेत्येवं नारकोत्पादसक्करप्पभाए एगे तमाए एगे अहे सत्तमाए होला ।१ ।
विकल्पान्तरे पञ्च दावेक एकश्चेत्येवमपि नारकोत्पादएवं । १०। अहवा-एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए विकल्पान्तरेऽपि पश्च द्वावेक एकश्चत्येवमपि नारकोत्यादएगे पंकप्पभाए एगे धूमप्पभाए होजा। अहवा-एगे रय
विकल्पान्तरे पञ्चैवेति पञ्चदश एवं रत्नप्रभावालुकाप्रभाभ्यां
सहोत्तराभिः क्रमेण चारिताभिलब्धा द्वादश, एवं रत्नप्रणप्पभाए एगे बालुयप्पभाए एगे पंकाए एगे तमाए हो
भापडू भाभ्यां नव, रत्नप्रभाधूमप्रभाभ्यां षट्, रत्नप्रभातमः. जा । अहवा एगे रयणप्पभाए एगे वालुयाए एगे पंकाए प्रभाभ्यां त्रयः, शर्कराप्रभावालुकाप्रभाभ्यां द्वादश. शर्कराएगे अहे सत्तमाए होज्जा । ३ । अहवा-एगे रयणप्पभाए प्रभापङ्कप्रभाभ्यां नव, शर्कराप्रभाधूमप्रभाभ्यां षट्, शर्करा एगे वालुयाए एगे धूमाए एगे तमाए होजा । अहवा
प्रभातमःप्रभाभ्यां त्रयः, वालुकाप्रभापङ्कप्रभाभ्यां नव, वालु एगे रयणप्पभाए एगे वालुयाए एगे धूमाए एगे अहे |
प्रभाधूमप्रभाभ्यां षट्, वालुकाप्रभातमःप्रभाभ्यां त्रयः, पङ्क
प्रभाधूमप्रभाभ्यां षट् , पङ्कप्रभातमःप्रभाभ्यां त्रयः, धूमप्रभासत्तमाए होज्जा ।। अहवा-एगे रयणप्पभाए एगे
अदिभिस्तु वय इति । तदेवं त्रिकयोगे पश्चोत्तरं शतं, चतु. बालुयप्पभाए एगे तमाए एगे अहे सतमाए होजा ।१।१६। कसंयोगे तु पञ्चत्रिशदित्येवं सप्तानां त्रिषष्ठेः पश्चोत्तरशतस्य अहवा-एगे रयणप्पभाए एगे पंकप्पभाए एगे धमाए पञ्चत्रिशतश्च मीलने द्वे शते दशोत्तरे भवतः। एगे तमाए होज्जा, अहवा-एगे रयणप्पभाए एगे। पंच भंते ! णेरइयाणेरड्यपवेसणएणं पवेसमाणा किं रय
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