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लेश्या - कोश
श्रीचन्द चोरड़िया ने योग कोश, लेश्या कोश, क्रिया कोश, पुद्गल कोश जैसे
महत्वपूर्ण कोशों की रचना की है ।
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आप बहुत गम्भीर सरल स्वभाव के हैं ।
-डा० सत्यरंजन बनर्जी
श्रीचन्द चोरड़िया कोश की रचना का कार्य सम्यग् प्रकार से कर रहे हैं । साध्वी श्री जतकुमारीजी, कनिष्ठा
कोश निर्माण की गति मन्द न हो । जो लोग यह काम करते हैं वे शासन की बहुत बड़ी सेवा करते हैं ।
सरदारशहर, १४ सितम्बर १९६७
अबतक निम्नलिखित ६ कोश प्रकाशित हो चुके हैं ।
(१) आगमशब्द कोश |
(२) एकार्थक कोश |
(३) निरुक्त कोश |
(४) देशी शब्द कोश |
(५) आगम वनस्पति कोश |
(६) लेश्या कोश |
(७) क्रिया कोश |
(८) योग कोश |
(E) श्री भिक्षु आगम विषयक कोश ।
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६-८ लेश्या कोश, क्रिया कोश, योग कोश
इन तीनों के सम्पादक है- - स्व० मोहनलालजी बांठिया तथा श्रीचन्दजी चोरड़िया । सम्पादक द्वय ने लेश्या कोश, क्रिया कोश और योग कोश के बिखरे संदर्भों को जैन आगम साहित्य से एकत्रित कर उनके सुसंयोजित रूप को लेश्या कोश, क्रिया कोश और योग कोश के रूप में प्रकाशित किया है । सारा विषय में उपबिन्दुओं में विभक्त है तथा हिन्दी भाषा के अनुवाद से अन्वित है, लेश्या कोश सन् १९६६ में, क्रिया कोश सन् १९६६ में (तथा योग कोश सन् १६६४ में ) जैन दर्शन समिति कलकत्ता में प्रकाशित हुए ।
तुलसीप्रज्ञा जुलाई, सितम्बर १९६७
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– आचार्य महाप्रज्ञ
- गणाधिपति तुलसी -आचार्य महाप्रज्ञ
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