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लेश्या - कोश
एवं विसुद्ध से देवे सम्मोहएणं अप्पाणेणं विसुद्धलेसं देवं जाणइ पासइ ? हंता, जाणइ, पासइ (१०) |
विसुद्धलेसे देवे सम्मोहयाऽसम्मोहएणं अप्पाणेणं अविसुद्ध देवं ? (११) ।
विसुद्धले से देवे सम्मोहयाऽसम्मोहएणं अप्पाणेणं विसुद्धलेसं देवं ? ( १२ ) ।
एवं हेल्लिएहिं अहिं न जाणइ, न पासइ, उवरिल्लएहिं चउहिं जाणइ, पासइ ।
- भग० श ६ । उ । सू ७-१० पृ० ५०६-७
अविशुद्धशी देव अनुपयुक्त आत्मा द्वारा अविशुद्धलेशी देव व देवी को या दोनों में से किसी एक को नहीं जानता है, नहीं देखता है (१) । इसी प्रकार अविशुद्धश्यावाला देव अनुपयुक्त आत्मा द्वारा विशुद्धशी देव, देवी व अन्यतर को नहीं जानता है, नहीं देखता है (२) । अविशुद्धलेश्यावाला देव उपयुक्त आत्मा द्वारा अविशुद्धलेशी देव, देवी वा अन्यतर को (३) । अविशुश्यावाला देव उपयुक्त आत्मा द्वारा विशुद्धलेशी देव, देवी वा अन्यतर को (४) । अविशुद्धलेश्या - वाला देव उपयुक्तानुपयुक्त आत्मा द्वारा अविशुद्धलेशी देव, देवी वा अन्यतर को (५) । अविशुद्धलेश्यावाला देव उपयुक्तानुपयुक्त आत्मा द्वारा विशुद्धलेशी देव, देवी वा अन्यतर को (६) । विशुद्धलेशी देव अनुपयुक्त आत्मा द्वारा अविशुद्धलेशी देव, देवी वा अन्यतर को (७) तथा विशुद्धलेशी देव अनुपयुक्त आत्मा द्वारा विशुद्धलेशी देव, देवी वा अन्यतर को नहीं जानता है, नहीं देखता है ( 5 ) |
विशुद्धलेशी देव उपयुक्त आत्मा द्वारा अविशुद्धलेशी देव, देवी वा अन्यतर को जानता है, देखता है ( ) |
विशुद्धलेशी देव उपयुक्त आत्मा द्वारा विशुद्धलेशी देव, देवी वा अन्यतर को जानता है, देखता है (१०) |
विशुद्धलेशी देव उपयुक्तानुपयुक्त आत्मा द्वारा अविशुद्धलेशी देव, देवी व अन्यतर को जातना है, देखता है (११) ।
विशुद्धलेशी देव उपयुक्तानुपयुक्त आत्मा द्वारा विशुद्धलेशी देव, देवी व अन्यतर को जानता है, देखता है ( १२ ) ।
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