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बिषय
'८ सलेशी अनंतरपर्याप्त जीव और कर्म-बन्धन '६ सलेशी परंपरपर्याप्त जीव और कर्म-बन्धन '१० सलेशी चरम जीव और कर्म-बन्धन .११ सलेशी अचरम जीव और कर्म-बन्धन '७६ सलेशी जीव और कर्म का करना '७७ सलेशी जीव और कर्म का समर्जन-समाचरण '७८ सलेशी जीव और कर्म का प्रारम्भ व अन्त '७६ सलेशी जीव और कर्मप्रकृति का सत्ता-बन्धन-वेदन
१ सलेशी एकेन्द्रिय और कर्मप्रकृति का सत्ता-बंधन-वेदन '२ सलेशी भवसिद्धिक एकेन्द्रिय और कर्म प्रकृति का
सत्ता-बंधन-वेदन '३ सलेशी अभवसिद्धिक एकेन्द्रिय और कर्मप्रकृति का
सत्ता-बंधन-वेदन '४ सलेशी जीव और उत्तर कर्म प्रकृति का सत्ता-बन्धन-वेदन '८० सलेशी जीव और अल्पकर्मतर-बहुकर्मतर '८१ सलेशी जीव और अल्पऋद्धि-महाऋद्धि '८२ सलेशी जीव और बोधि '८३ सलेशी जीव और समवसरण '१ सलेशी जीव और मतवाद ( दर्शन )
२ सलेशी जीव के मतवाद ( दर्शन ) की अपेक्षा आयु का बंध '३ सलेशी जीव और मतवाद की अपेक्षा से भवसिद्धिकता
अभवसिद्धिकता '४ सलेशी अनंतरोपपन्न यावत् अचरम जीव तथा
मतवाद की अपेक्षा से वक्तव्यत्ता '८४ सलेशी जीव और समाहारादि विचार '८४ सलेशी जीव और आहारकत्व-अनाहारकत्व '८५ सलेशी जीव के भेद '१ दो भेद '२ छः भेद '८६ सलेशी क्षुद्रयुग्म जीव '१ सलेशी क्षुद्रयुग्म नारकी का उपपात '२ सलेशी क्षुद्रयुग्म नारकी का उद्धर्तन
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