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लेश्या-कोश गर्भव्युत्क्रांतिकपंचेन्द्रियतिर्यगयोनिकसूत्रे तेजोलेश्याभ्यः कापोतलेश्या असंख्येयगुणा वक्तव्याः तावतामेव तेषां केवलवेदसोपलब्धत्वात् । •८९ १४ (गर्भज) पंचेन्द्रिय तिर्यचयोनिक स्त्री जीवों में :एवं तिरिक्खिजोणिणीण वि ।
-पण्ण० प १७ । उ २। सू १६ । पृ० ४३६ गर्भज पंचेन्द्रिय तिर्यचयोनिक स्त्री जीवों में अल्पबहुत्व गर्भज तिर्यंच पंचेन्द्रिय योनिक की तरह जानना। •८६ १५ संमूर्छिम तथा गर्भज पंचेन्द्रिय तिर्यंचयोनिक जीवों में :
एएसि णं भंते ! संमुच्छिमपंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं गब्भवक्कंतियपंचेंदियतिरिक्खजोणियाण य कण्हलेस्साणं जाव सुक्कलेरसाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा ४१ गोयमा! सव्वथोवा गब्भवक्कंतियपंचेंदियतिरिक्खजोणिया सुक्कलेस्सा, पम्हलेस्सा संखेजगुणा, तेऊलेस्सा संखज्जगुणा, काउलेस्सासंखेज्जगुणा, नीललेस्सा विसेसाहिया, कण्हलेस्सा विसेसाहिया, काऊलेस्सा संमुच्छिमपंचेंदियतिरिक्खजोणिया असंखेज्जगुणा, नीललेस्सा विसेसाहिया, कण्हलेस्सा विसेसाहिया।
-पण्ण० प १७ । उ २ । सू १६ । पृ० ४३६ . गर्भज पंचेन्द्रिय तिर्यंचयोनिक-शुक्ललेशी सबसे कम, पद्मलेशी उनसे संख्यात गुणा, तेजोलेशी उनसे संख्यातगुणा, कापोतलेशी उनसे संख्यातगुणा, नीललेशी उनसे विशेषाधिक तथा कृष्णलेशी उनसे विशेषाधिक होते हैं। इनसे संमूर्छिम पंचेन्द्रिय तिर्य'चयोनिक कापोतलेशी असंख्यातगुणा, नीललेशी उनसे विशेषाधिक तथा कृष्णलेशी उनसे विशेषाधिक होते हैं। '८६१६ संमूर्छिम पंचेन्द्रिय तिर्य चयोनिक तथा (गर्भज) पंचेन्द्रिय तिर्यच स्त्री
जीवों में :एएसि णं भंते ! संमुच्छिमपंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं तिरिक्खजोणिणीण य कण्हलेस्साणं जाव सुक्कलेसाण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा ४.? गोयमा! जहेव पंचमं तहा इमं छ8 भाणियव्वं ।
-पण्ण० प १७ । उ २ । सू १६ । पृ० ४३६ ... संमूर्छिम तिर्यच पंचेन्द्रियों तथा गर्भज तिर्यच पंचेन्द्रिय स्त्रियों में कौन-कौन अल्प, बहु, तुल्य अथवा विशेषाधिक हैं- इस सम्बन्ध में '८९१५ में जैसा कहा, वैसा कहना। गर्भज तिर्यच पंचेन्द्रिययोनिक की जगह गर्भज तिर्यच पंचेन्द्रिययोनिक स्त्री कहना।
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