SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 220
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ १७६ लेश्या-कोश द्वीन्द्रिय के असंख्यात लाख आवासों में एक-एक आवास में बसे हुए कृष्णलेशी, नीललेशी व कापोतलेशी द्वीन्द्रिय में कषायोपयोग के विकल्प नहीं कहने । •७२.८ सलेशी त्रीन्द्रिय में कषायोपयोग के विकल्प : त्रीन्द्रिय के असंख्यात लाख आवासों में एक-एक आवास में बसे हुए कृष्णलेशी, नीललेशी व कापोतलेशी त्रीन्द्रिय में कषायोपयोग के विकल्प नहीं कहने (देखो पाठ ७२.७)। •७२.६ सलेशी चतुरिन्द्रिय में कषायोपयोग के विकल्प : चतुरिन्द्रिय के असंख्यात लाख आवासों में एक-एक आवास में बसे हुए कृष्णलेशी, नीललेशी व कापोतलेशी चतुरिन्द्रिय में कषायोपयोग के विकल्प नहीं कहने ( देखो पाठ •७२७)। .७२.१० सलेशी तिर्यच पंचेन्द्रिय में कषायोपयोग के विकल्प : पंचिंदियतिरिक्खजोणिया जहा नेरइया तहा भाणियव्वा, नवरं जेहिं सत्तावीसं भंगा तेहिं अभंगयं कायव्वं जत्थ असीइ तत्थ असीइं चेव । -भग० श १ । उ ५ । प्र १६४ । पृ० ४०१-२ तिर्यच पंचेन्द्रिय के असंख्यात लाख आवासों में एक-एक आवास में बसे हुए कृष्णलेशी, नीललेशी, कापोतलेशी, तेजोलेशी, पद्मलेशी व शुक्ललेशी तिर्य'च पंचेन्द्रिय में कषायोपयोग के विकल्प नहीं कहने । •७२.११ सलेशी मनुष्य में कषायोपयोग के विकल्प : मणस्साण वि जेहिं ठाणेहि नेरइयाणं असीइभंगा तेहिं ठाणेहिं मणुस्साण वि असीइभंगा भाणियव्वा, जेसु ठाणेसु सत्तावीसा तेसु अभंगयं, नवरं मणुस्साणं अब्भहियं जहन्निया ठिई ( ठिइए) आहारए य असीइभंगा। -भग० श १। उ ५। प्र १६५ । पृ० ४०२ मनुष्य के असंख्यात लाख आवासों में एक-एक आवास में बसे हुए कृष्णलेशी, नीललेशी, कापोतलेशी, तेजोलेशी, पद्मलेशी व शुक्ललेशी मनुष्य में कषायोपयोग के विकल्प नहीं कहने। ७२.१२ सलेशी भवनपति देव में कषायोपयोग के विकल्प : चउसठ्ठीए णं भंते ! असुरकुमारावाससयसहस्सेसु एगमेगंसि असुरकुमारावासंसि असुरकुमाराणं केवइया ठिइट्ठाणा पन्नत्ता ? गोयमा! असंखेज्जा ठिइट्ठाणा पन्नत्ता, जहणिया ठिइ जहा नेरइया तहा, नवरं । पडिलोमा भंगा भाणियव्वा । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016037
Book TitleLeshya kosha Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Banthia, Shreechand Choradiya
PublisherJain Darshan Prakashan
Publication Year1966
Total Pages338
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy