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जे० द० व० सं०
६६ - रसायन शिल्प
६७ - हस्त शिल्प वा अन्यथा
६८ - विशिष्ट शिल्प
६६ - वास्तु शिल्प
७ - कला - मनोरंजन-क्रीड़ा
७१ - नगरादि निर्माण कला
७२ - स्थापत्य कला
७३ - मूर्तिकला
७४ - रेखांकन
७५ - चित्रकारी
७६ —उत्कीर्णन
७७ -- प्रतिलिपि - लेखन कला
७८- संगीत
७६ - मनोरंजन के साधन
८ - साहित्य
८१ - छंद - अलंकार- रस
८२ - प्राकृत साहित्य
८३ -- संस्कृत जैन साहित्य
८४ - अपभ्रंश जैन साहित्य
८५ - दक्षिणी भाषा में जैन साहित्य
८६ - हिन्दी भाषा में जैन साहित्य
८७ – गुजराती-राजस्थानी भाषा में जैन साहित्य - महाराष्ट्री भाषा में जैन साहित्य ८६- अन्य भाषाओं में जैन साहित्य - ६ - भूगोल - जीवनी - इतिहास ६१ - भूगोल
६२ - जीवनी ६३ - इतिहास
६४--मध्य भारत का जैन इतिहास ६५ - दक्षिण भारत का जैन इतिहास ६६ - उत्तर तथा पूर्व भारत का जैन इतिहास ६७-गुजरात-राजस्थान का जैन इतिहास ६८ - महाराष्ट्र का जैन इतिहास ६६ - अन्य क्षेत्र व वैदेशिक जैन इतिहास
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य० डी० सी० संख्या
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