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________________ लेश्या-कोश १०७ '५८५ धूमप्रभापृथ्वी के नारकी में उत्पन्न होने योग्य जीवों में :५८.५.१ पर्याप्त संख्यात् वर्ष की आयुवाले संज्ञी पंचेंद्रिय तिर्यंच योनि से धूमप्रभा पृथ्वी के नारकी में उत्पन्न होने योग्य जीवों में : गमक-१-६ : पर्याप्त संख्यात् वर्ष की आयुवाले संज्ञी पंचेन्द्रिय तिर्यंच योनि से धूमप्रभापृथ्वी के नारकी में उत्पन्न होने योग्य जो जीव हैं (देखो पाठ '५८.३.१) उनमें प्रथम के तीन गमकों में छ लेश्या, मध्यम के तीन गमकों में आदि की तीन लेश्या तथा शेष के तीन गमकों में छः लेश्या होती हैं। -भग० श २४ । उ १। प्र ७४, ७५ । पृ० ८२१ '५८५'२ पर्याप्त संख्यात् वर्ष की आयुवाले संज्ञी मनुष्य से धूमप्रभापृथ्वी के नारकी में उत्पन्न होने योग्य जीवों में :--- गमक-१-६ : पर्याप्त संख्यात् वर्ष की आयुवाले संज्ञी मनुष्य से धूमप्रभापृथ्वी के नारकी में उत्पन्न होने योग्य जो जीव हैं ( देखो पाठ '५८३२) उनमें नव गमकों ही में छ लेश्या होती हैं। -भग० श २४ । उ १ । प्र १०१-१०४ । पृ० ८२४ ५८.६ तमप्रभापृथ्वी के नारकी में उत्पन्न होने योग्य जीवों में :-- ५८६.१ पर्याप्त संख्यात् वर्ष की आयुवाले संज्ञी पंचेंद्रिय तिर्यंच योनि से तमप्रभापृथ्वी के __ नारकी में उत्पन्न होने योग्य जो जीवों में :-- गमक-१-६ : पर्याप्त संख्यात् वर्ष की आयुवाले संज्ञी पंचेंद्रिय तिर्यंच योनि से तमप्रभापृथ्वी के नारकी में उत्पन्न होने योग्य जो जीव हैं ( देखो पाठ ५८३.१ ) उनमें प्रथम के तीन गमकों में छ लेश्या, मध्यम के तीन गमकों में आदि की तीन लेश्या तथा शेष के तीन गमकों में छ लेश्या होती हैं। -भग० श २४ । उ १। प्र७४, ७५। पृ० ८२१ ५८.६२ पर्याप्त संख्यात् वर्ष की आयुवाले संज्ञी मनुष्य से तमप्रभापृथ्वी नारकी में उत्पन्न होने योग्य जीवों में : गमक-१-६:-पर्याप्त संख्यात् वर्ष की आयुवाले संशी मनुष्य से तमप्रभापृथ्वी के नारकी में उत्पन्न होने योग्य जो जीव हैं (देखो पाठ 'पू८३.२) उनमें नौ गमकों ही में छ लेश्या होती हैं। -भग० श २४ । उ १। प्र १०१-१०४ । पृ० ८२४ '५८.७ तमतमाप्रभापृथ्वी के नारकी में उत्पन्न होने योग्य जीवों में :'५८ ७.१ पर्याप्त संख्यात् वर्ष की आयुवाले संशी पंचेंद्रिय तिर्यंच योनि से तमतमाप्रभापृथ्वी के नारकी में उत्पन्न होने योग्य जो जीव हैं (पज्जत्तसंखेज्जवासाउय० जाव-तिरिक्ख Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016037
Book TitleLeshya kosha Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Banthia, Shreechand Choradiya
PublisherJain Darshan Prakashan
Publication Year1966
Total Pages338
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
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