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विषय
• ५ निष्कंपत्व अपेक्षा •६ वर्णत्व अपेक्षा
७ गंधत्व अपेक्षा
८ रसत्व अनुक्षा
९ स्पर्शत्व अपेक्षा
१० सूक्ष्म परिणमन अपेक्षा
११ बादर परिणमन अपेक्षा
१२ शब्द परिणति अपेक्षा
*१३ अशब्द परिणति अपेक्षा २३ पुद्गल और आकाशास्तिकाय
'२४ पुद्गलों का ज्ञान
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१ विषय का ग्रहण- ज्ञान
क) रूप का ग्रहण चक्षुरिन्द्रिय द्वारा होता है शब्द का ग्रहण श्रोत्रेन्द्रिय द्वारा होता है ग) गंध का ग्रहण घ्राणेन्द्रिय द्वारा होता है घ) रस का ग्रहण रसेन्द्रिय द्वारा होता है
ङ) स्पर्श का ग्रहण स्पर्शेन्द्रिय द्वारा होता है
• २ कर्मपुद्गलों को इन्द्रिय ज्ञान से नहीं जाना जाता है
- ३ पुद्गल और अवधि ज्ञान
'४ केवली को परमाणु पुद्गल का ज्ञान
क) केवली में एक समय दोनों उपयोग का निषेध
*५ स्कंध पुद्गल का ज्ञान
*६ छद्मस्थ को पुद्गल का ज्ञान
७ निर्जरा के पुद्गलों का ज्ञान
* २५ पुद्गल के भेद और उनके उदाहरण • १ अणु तथा स्कंध
• २५ पुद्गल के भेद व उनके उदाहरण *६ चार भेद
•७ छह भेद
*२६ पुद्गल स्पर्श-रस-गंध-वर्णवाला है
२७ पुद्गल स्कंध कितने परमाणु के बने हुए होते हैं
* ३० / ४९ परमाणु पुद्गल
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