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पुद्गल - कोश
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यदि पाँच प्रदेशी स्कंध में पाँच वर्ण हो तो काला, नीला, लाल, पीला और शुक्ल वर्ण होता है ।
इसी प्रकार एक संयोगी ( असंयोगी ) ५, द्विक्संयोगी ४०, त्रिसंयोगी ७०, चतुः संयोगो २५, और पंचसंयोगी १ भंग- - इस प्रकार सब मिलकर वर्ण के १४१ भंग होते हैं ।
यदि पाँच प्रदेशी स्कंध में एक गंध हो तो कदाचित् दुर्गंध तथा कदाचित् सुगंध होती है ।
यदि पाँच प्रदेशी स्कंध में दो गंध हो तो - ( १ ) कदाचित् एक अंश दुर्गंध तथा एक अंश सुगंध होती है, (२) कदाचित् एक अंश दुर्गंध तथा अनेक अंश सुगंध होती होती है, (३) कदाचित् अनेक अंश दुर्गंध तथा एक अंश सुगंध होती है और (४) कदाचित् अनेक अंश दुर्गंध तथा अनेक अंश सुगंध होती है ।
इस प्रकार गंध के ६ भंग होते हैं ।
जिस प्रकार पाँच प्रदेशी स्कंध में वर्ण की अपेक्षा [ ५+ ४०+७०+२५+१ = १४१ ] १४१ भगों की विवेचन किया गया है वैसे ही पाँच प्रदेशी स्कंध में रस की अपेक्षा १४१ भगों की विवेचन करना चाहिए ।
जिस प्रकार चार प्रदेशी स्कंध में स्पर्श की अपेक्षा [ द्विक्संयोगी ४ भंग, त्रिकसंयोगी १६ भंग और चतुः संयोगी १६ भंग = ३६ भंग ] ३६ भंगों का विवेचन किया गया है वैसे ही पाँच प्रदेशी स्कंध में स्पर्श की अपेक्षा ३६ भंगों का विवेचन करना चाहिए |
पाँच प्रदेशी स्कंध के विषय में स्पर्श के ३६ | ये कुल मिलाकर ३२४ भंग होते हैं ।
५१.९ छः प्रदेशी स्कंध में वर्ण-गंध-रस - स्पर्श
छः प्रदेशी स्कंध में भी कदाचित् एक वर्णं, कदाचित् दो वर्ण, कदाचित् तीन वर्णं, कदाचित् चार वर्ण, कदाचित् पाँच वर्ण, कदाचित् एक गंध, कदाचित् दो गंध, कदाचित् एक रस, कदाचित् दो रस, कदाचित् तीन रस, कदाचित् चार रस, कदाचित् पाँच रस, कदाचित् दो स्पर्श, कदाचित् तीन स्पर्श और कदाचित् चार स्पर्श होते हैं ।
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वर्ण के १४१, गंध के ६, रस के १४१ और
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