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पुद्गल-कोश
__ यदि चार प्रदेशी स्कंध में दो स्पर्श हो तो परमाणु पुद्गल की तरह-(१) कदाचित् शीत और स्निग्ध, (२) कदाचित् शीत और रूक्ष, (३) कदाचित् उष्ण और स्निग्ध और (४) कदाचित् कदाचित् उष्ण और रूक्ष स्पर्श होता है ।
यदि चार प्रदेशी स्कन्ध में तीन स्पर्श हो तो-(१) सर्व शीत, एक अंश स्निग्ध और एक अंश रूक्ष स्पर्श होता है ; (२) अथवा सर्व शीत, एक अंश स्निग्ध और अनेक अंश रूक्ष होते हैं ; (३) अथवा सर्व शीत, अनेक अंश स्निग्ध और एक अंश रूक्ष स्पर्श होता है ; (४) अथवा सर्व शीत, अनेक अंश स्निग्ध और अनेक अंश रूक्ष स्पर्श होता है। ( ४ भंग)।
(५) अथवा सर्व उष्ण, एक अंश स्निग्ध और एक अंश रूक्ष स्पर्श होता है । (६) अथवा सर्व उष्ण, एक अंश स्निग्ध और अनेक अंश रूक्ष स्पर्श होता है । (७) अथवा सर्व उष्ण अनेक अश स्निग्ध और एक अंश कक्ष स्पर्श होता है । (८) अथवा सर्व उष्ण, अनेक अंश स्निग्ध और अनेक अंश रूक्ष स्पर्श होता है।
इसी प्रकार सर्वं स्निग्ध, एक अंश शीत और एक अंश उष्ण के चार भंग और सर्व रूक्ष, एक अंश शीत और एक अंश उष्ण के चार भंग होते हैं ।
___ इस प्रकार तीन स्पर्श के सब मिल कर १६ भंग होते हैं ।
यदि चार प्रदेशी स्कंध में चार स्पर्श हो तो-(१) एक अंश शीत, एक अंश उष्ण, एक अंश स्निग्ध और एक अंश रूक्ष स्पर्श होता है, (२) अथवा एक अंश शीत, एक अंश उष्ण, एक अंश स्निग्ध और अनेक अंश रूक्ष स्पर्श होता है, (३) अथवा एक अंश शीत, एक अंश उष्ण, अनेक अंश स्निग्ध और एक अंश रूक्ष स्पर्श होता है, (४) अथवा एक अंश शीत, एक अंश उष्ण, अनेक अंश स्निग्ध और अनेक अंश रूक्ष स्पर्श होता है, (५) अथवा एक अंश शीत, अनेक अंश उष्ण, एक अंश स्निग्ध और एक अंश रूक्ष स्पर्श होता है, (६) अथवा एक अंश शीत, अनेक अंश उष्ण, एक अंश स्निग्ध और अनेक अंश रूक्ष स्पर्श होता है, (७) अथवा एक अंश शीत, अनेक अंश उष्ण, अनेक अंश स्निग्ध और एक अंश रूक्ष होता है, (८) अथवा एक अंश शीत, अनेक अंश उष्ण, अनेक अंश स्निग्ध और अनेक अंश रूक्ष होता है, (९) अथवा अनेक अंश शीत, एक अंश उष्ण, एक अंश स्निग्ध और एक अंश रूक्ष स्पर्श होता है, (१०) अथवा अनेक अंश शीत, एक अंश उष्ण, एक अंश स्निग्ध और अनेक अंश रूक्ष स्पर्श होता है, (११) अथवा अनेक अंश शीत, एक अंश उष्ण, अनेक अंश स्निग्ध और एक अंश रूक्ष स्पर्श होता है, (१२) अथवा अनेक अंश शीत, एक अंश उष्ण, अनेक अंश स्निग्ध और अनेक अंश रूक्ष स्पर्श
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