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पुद्गल-कोश
(६) उत्कृष्ट शीतस्पर्श से तुल्य ।
(७) उष्ण स्पर्श नहीं होता है ।
(८) स्निग्ध- रूक्ष स्पर्श अपेक्षा से षट्स्थान हीनाधिक वा तुल्य है ।
उत्कृष्ट गुण शीतस्पर्श परमाणु पुद्गल में भी वर्ण-गंध-रस गुणों के पर्याय अनंत होते हैं तथा स्निग्ध- रूक्ष स्पर्श गुणों के पर्याय भी अनंत होते हैं अतः उत्कृष्ट गुण शीत स्पर्शवाले परमाणु पुद्गल में भी इन अपेक्षाओं से अनंत पर्याय होते हैं ।
जिस प्रकार जघन्य गुण शीतस्पर्शवाले परमाणु पुद्गल जघन्य गुण शीतस्पर्शवाले परमाणु पुद्गल से द्रव्य रूप से तुल्य है, प्रदेश रूप से तुल्य है, अवगाहन रूप से तुल्य है, स्थिति रूप से चतुःस्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है, वर्ण रूप से षट्स्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है गंध रूप से षट्स्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है, रस रूप से षट्स्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है; शीतस्पर्श पर्याय रूप से तुल्य है; (उष्ण स्पर्श नहीं होता है । ) स्निग्ध तथा रूक्ष स्पर्श पर्याय रूप से षट्स्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है वैसे ही उत्कृष्ट गुण शीतस्पर्शवाले परमाणु पुद्गल उत्कृष्ट गुण शीतस्पर्शवाले परमाणु पुद्गल से द्रव्य रूप से तुल्य है, प्रदेश रूप से तुल्य है, अवगाहन रूप से तुल्य है, स्थिति रूप से चतुःस्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है, वर्ण रूप से षट्स्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है ; गंध-रूप से षट्स्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है; रस- रूप से षट्स्थान न्यूनाधिक है; शीत स्पर्श पर्याय रूप से तुल्य है ( उष्ण स्पर्श नहीं होता है | ) स्निग्ध तथा रूक्ष स्पर्श पर्याय रूप है षट्स्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है ।
अजघन्य-अनुत्कृष्ट ( मध्यम ) गुण शीत स्पर्श परमाणु पुद्गल में अनंत पर्याय होते हैं ।
अजघन्य - अनुत्कृष्ट गुण शीत स्पर्शवाले परमाणु पुद्गल का अन्यान्य अजघन्यअनुत्कृष्ट गुण शीतस्पर्श परमाणु पुद्गल से तुलना ।
(१) द्रव्यार्थ से तुल्य ।
(२) प्रदेशार्थ से तुल्य ।
(३) अवगाहनार्थ से तुल्य ।
(४) स्थिति अपेक्षा - चतुःस्थान हीनाधिक वा तुल्य ।
(५) वर्ण-गंध-रस अपेक्षा से षट्स्थान हीनाधिक वा तुल्य । (६) मध्यम शीतस्पर्श अपेक्षा षट्स्थान हीनाधिक वा तुल्य । (७) उष्ण स्पर्श नहीं होना है ।
(८) स्निग्ध- रूक्ष स्पर्श अपेक्षा से षट्स्थान हीनाधिक वा तुल्य है ।
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