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पुद्गल-कोश
३२५ जघन्य गुण कृष्णवर्णवाले परमाणु पुद्गल जघन्य गुण कृष्णवर्णवाले परमाणु पुद्गल से स्थिति रूप से चतुःस्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है।
जघन्य गुण कृष्णवर्णवाले परमाणु पुदगल जघन्य गुण कृष्णवर्णवाले परमाणु पुद्गल से कृष्णवर्ण पर्याय रूप से तुल्य है। शेष के वर्ण ( नील-रक्त-पीत-शुक्ल ) नहीं होते हैं।
__ जघन्य गुण कृष्णवर्णवाले परमाणु पुद्गल जघन्य गुण कृष्णवर्णवाले परमाणु पुद्गल से सुगन्ध पर्याय रूप से षट्स्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है।
इसी प्रकार जघन्य गुण कृष्णवर्णवाले परमाणु पुद्गल जघन्य गुण कृष्णवर्णवाले परमाणु पुद्गल से दुर्गन्ध पर्याय रूप से षट्स्थान न्यूनाधिक हैं अथवा तुल्य हैं।
जघन्य गुण कृष्णवर्णवाले परमाणु पुद्गल जघन्य गुण कृष्णवर्णवाले परमाणु पुद्गल से तिक्त रस पर्याय से षट्स्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है ।
जिस प्रकार तिक्तरस पर्याय रूप से जघन्य गुण कृष्णवर्णवाले पुद्गल जघन्य गुण कृष्णवर्णवाले पुद्गल से षट्स्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है वैसे ही कटु-कषायआम्ल-मधुर रस पर्याय रूप से जघन्य गुण कृष्णवर्णवाले पुद्गल जघन्य गुण कृष्णवर्ण वाले पुद्गल से षट्स्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है।
जिस प्रकार शीत स्पर्श पर्याय रूप से जघन्य गुण कृष्णवर्णवाले परमाणु पुद्गल जघन्य गुण कृष्णवर्णवाले परमाणु पुद्गल से षटस्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है है वैसे ही उष्ण-स्निग्ध-रूक्ष स्पर्श पर्याय रूप से जघन्य गुण कृष्णवर्णवाले पुद्गल जघन्य गुण कृष्णवर्णवाले पुद्गल से षट्स्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है ।
उत्कृष्ट गुण कालेवर्णवाले परमाणु पुद्गल में अनंत पर्याय होते हैं ।
उत्कृष्ट गुण कालेवर्ण परमाणु का अन्यान्य उत्कृष्ट गुण कालेवर्ण परमाणु पुद्गल से तुलना।
(१) द्रव्यार्थ से-तुल्य । (२) प्रदेशार्थ से--तुल्य । (३) अवगाहनार्थ से-~-तुल्य । (४) स्थिति अपेक्षा- चतुःस्थान हीनाधिक व तुल्य । (५) काले वर्ण से तुल्य है। (६) अवशेष वर्ण से नहीं होते हैं। (७) गंध-रस-स्पर्श अपेक्षा से-षट्स्थान हीनाधिक वा तुल्य ।
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