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पुद्गल-कोश
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(२) यदि तीन विभाग हों तो द्विप्रदेशी स्कंध का एक विभाग होगा और दूसरा-तीसरा विभाग एक-एक परमाणु पुद्गल का होगा ।
(३) यदि चार विभाग हों तो चार परमाणु पुद्गलों के चार अलग-अलग विभाग होंगे। •४ पाँच परमाणुपुद्गलों का बंधन तथा भेदन
पंच भंते ! परमाणुपोग्गला पुच्छा। गोयमा! पंचपएसिए खंधे भवइ। से भिज्जमाणे दुहा वि तिहा वि चउहा वि पंचहा वि। कज्जइ । दुहा कज्जमाणे एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ चउपएसिए खंधे भवइ, अहवा एगयओ दुपएसिए खंधे एगयओ तिपएसिए खंधे भवइ। तिहा कज्जमाणे एगयओ दो परमाणुपोग्गला एगयओ तिप्पएसिए खंध भवइ । अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ दो दुपएसिया खंधा भवंति। चउहा कज्जमाणे एगयओ तिन्नि परमाणुपोग्गला एगयओ दुप्पएसिए खंधे भवइ । पंचहा कज्जमाणे पंच परमाणुपोग्गला भवंति।
-भग० श १२ । उ ४ । सू ४ । पृ० ६५४
पांच परमाणु पुद्गल जब एकत्र होकर बंधन को प्राप्त होते हैं तब उनका एक पंच प्रदेशी स्कंध होता है और यदि इस पंच प्रदेशी स्कंध का भेद-विभाग होता है तो उसके दो, तीन, चार अथवा पाँच विभाग होते हैं।
(१) यदि दो विभाग हों तो एक परमाणु पुद्गल का विभाग और दूसरा एक चतुष्प्रदेशी स्कंध का विभाग होगा अथवा एक द्विप्रदेशी स्कंध का विभाग और दूसरा तीन प्रदेशी स्कंध का एक विभाग होगा।
(२) यदि तीन विभाग हों तो तीन प्रदेशी स्कंध का एक विभाग होगा और दूसरा-तीसरा विभाग एक-एक परमाणु पुद्गल का होगा। अथवा एक परमाणु पुद्गल का विभाग और द्विप्रदेशी स्कंधों के दो विभाग होंगे।
(३) यदि चार विभाग हों तो द्विप्रदेशी स्कंध का एक विभाग और दूसरातीसरा-चौथा विभाग एक-एक परमाणु पुद्गल का होगा।
(४) यदि पांच विभाग हों तो पांच परमाणु पुद्गल के पाँच अलग-अलग विभाग होंगे।
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