________________
१९२
पुद्गल - कोश
उत्कृष्ट गुण कृष्णवर्णवाले पुद्गल उत्कृष्ट गुण कृष्णवर्णवाले पुद्गल से प्रदेश रूप से कदाचित् न्यून है, कदाचित् तुल्य है, कदाचित् अधिक है । यदि न्यून है तो षट्स्थान न्यून है । यदि अधिक है तो षट्स्थान अधिक है ।
उत्कृष्ट गुण कृष्णवर्णवाले पुद्गल उत्कृष्ट गुण कृष्णवर्णवाले पुद्गल से अवगाहन रूप से कदाचित् न्यून है, कदाचित् तुल्य है, कदाचित् अधिक है । यदि न्यून है तो चतुःस्थान न्यून है | यदि अधिक है तो चतुःस्थान अधिक है ।
उत्कृष्ट गुण कृष्णवर्णवाले पुद्गल उत्कृष्ट कृष्णवर्णवाले पुद्गल से स्थिति रूप से कदाचित् न्यून है, कदाचित् तुल्य है, कदाचित् अधिक है । यदि न्यून है तो चतुःस्थान न्यून है । यदि अधिक है तो चतुःस्थान अधिक है ।
उत्कृष्ट गुण कृष्णवर्णवाले पुद्गल उत्कृष्ट गुण कृष्णवर्णवाले पुद्गल से कृष्णवर्णवाले पर्याय रूप से तुल्य है ।
उत्कृष्ट गुण कृष्णवर्णवाले पुद्गल उत्कृष्ट गुण कृष्णवर्णवाले पुद्गल से नीलवर्ण पर्याय रूप से कदाचित् न्यून है, कदाचित् तुल्य है, कदाचित् अधिक है । यदि न्यून है तो षट्स्थान न्यून है । यदि अधिक है तो षट्स्थान अधिक है ।
जिस प्रकार नीलवर्ण पर्याय रूप से उत्कृष्ट गुण कृष्णवर्णवाले पुद्गल उत्कृष्ट गुण कृष्णवर्णवाले पुद्गल से षट्स्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है वैसे ही रक्त-पीतशुक्लवर्ण पर्याय रूप से उत्कृष्ट गुण कृष्णवर्णवाले पुद्गल उत्कृष्ट गुण कृष्णवर्णवाले पुद्गल से षट्स्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है ।
इसी प्रकार सुगन्ध - दुर्गन्ध पर्याय रूप से षट्स्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है । इसी प्रकार तिक्त-कटु- कषाय- आम्ल- मधुर रस पर्याय रूप से षट्स्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है |
इसी प्रकार कर्कश मृदु-गुरु- लघु-शीत-उष्ण-स्निग्ध- रूक्ष पर्याय रूप से षट्स्थान न्यूनाधिक है अथवा तुल्य है ।
अतः उत्कृष्ट गुण कृष्णवर्णवाले पुद्गलों में अनंत पर्याय होते हैं ।
अजघन्य - अनुत्कृष्ट ( मध्यम ) गुण कृष्णवर्णवाले पुद्गलों में अनंत पर्याय होते हैं । अजघन्य-अनुत्कृष्ट गुण कृष्णवर्णवाले पुद्गल अजघन्य- अनुत्कृष्ट गुण कृष्णवर्णसे द्रव्य रूप से तुल्य होते हैं ।
वाले
पुद्गल
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org