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५
वाचना प्रमुख – आचार्य तुलसी, संपादक - मुनि नथमल ( वर्तमान नाम – आचार्य श्री महाप्रज्ञ ) प्रकाशक - जैन विश्वभारती, लाडणू ।
६ से ११ अंगसूत्ताणि
अंगसूत्ताणि
भगवई - संकेत - भग०
णायाधम्मक हाओ - उवासगदसाओ - अंतगडदसाओ - अणुत्तरोववाइदसाओपावागराण- विवागसूथं ।
वाचना प्रमुख - आचार्य तुलसी, संपादक- मुनि नथमल ( वर्तमान नाम – आचार्य श्री महाप्रज्ञ ) प्रकाशक - जैन विश्वभारती, लाडणू ।
( ३५१ )
१२ से १४ उवसगसूत्ताणि ( खंड १ )
वाचना प्रमुख - आचार्य तुलसी, संपादक - आचार्य श्री महाप्रज्ञ । प्रकाशकजैन विश्वभारती लाडणू ।
१५ से २३ उवसगसूत्ताणि ( खंड २ )
पण्णवणा जंबुदीवपण्णत्ती-चंदपण्णत्ती-सूरपण्णत्ती-निरयावलियाओ कप्पवडिसियाओ पुफियाओ - पुप्फच लियाओ वहिदसाओ ।
वाचना प्रमुख – आचार्य तुलसी, संपादक - आचार्य श्री महाप्रज्ञ, प्रकाशक - जैन विश्वभारती लाडणू
३४
ओवाइयं-रायपसेणियं जीवाजीवाभिगमे
२४ से ३२ आवस्सयं - दसवेआलिय उत्तरज्भयाणी- नंदी - अणुओगदाराइ' दसाओ- कप्पो ववहारो - निसीहज्झयण ।
३५
वाचना प्रमुख – आचार्य तुलसी, संपादक – आचार्य श्री महाप्रज्ञ, प्रकाशक - जैन विश्वभारती, लाडणू ।
३३
३६
कप्पत्तं संकेत कप्पसु०
प्रकाशक -- साराभाई मणिलाल, अहमदाबाद |
सभाष्यतत्त्वार्थ सूत्र- संकेत-तत्त्व ०
प्रकाशक-परमश्रुत प्रभावक मंडल, खाराकुआ, बम्बई- २ तत्वार्थ सर्वार्थसिद्धि-संकेत तत्त्वसर्व ०
प्रकाशक- भारतीय ज्ञान पीठ, वाराणसी ।
तत्त्वार्थवार्तिक ( राजवार्तिक ) संकेत-तत्त्वराज • प्रकाशक - भारतीय ज्ञान पीठ, वाराणसी, भाग-२ ।
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